केंद्रीय मंत्री सिंधिया के विजन को पलीता लगता वन विभाग, वन भूमि पर आग लगाकर लगातार भूमाफिया हजारों बीघा जमीन पर कर रहे है अतिक्रमण, पूर्व मंत्री सिंधिया से लेकर विधायक तक शिकायत कोई कार्यवाही नहीं,मूकदर्शक बना विभाग।
शिवपुरी -
पत्रकार रानू लोधी (संवाददाता)
एक दर्जन से अधिक भूमाफियों को 2 वर्ष पूर्व थमाए धारा 80(A) के नोटिस,2वर्ष बाद भी कोई कार्यवाही नहीं।
खबर जिला मुख्यालय की उप तहसील खोड़ के अंतर्गत ग्राम वीरा से आ रही है जहां ग्राम के समीप वन विभाग की हजारों बीघा जमीन पर भू माफियाओं द्वारा पहले ही जंगल काट कर अतिक्रमण कर खुलेआम फसल काटी जा रही है, जिसकी शिकायत ग्रामीणजनों ने बार बार प्रशासन से की लेकिन आज दिनांक तक विभाग के जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही इन भू- माफियाओ पर नही की गई..हजारों बीघा जमीन पर अतिक्रमण से भी जहां माफियाओं की भूंक नही मिटी तो कल बीरा स्थिति केरखो के जंगलों में इन्ही माफियाओं द्वारा भयावह आग लगाकर वन संपदा को तहस नहस कर दिया गया..!लेकिन वन विभाग चैन की नींद सोता रहा,और एक बीट गार्ड को निलंबित कर खाना पूर्ति कर दो,वन विभाग की भूमि और वन सुरक्षा को लेकर भूमाफियों के समक्ष जिले का वन विभाग काफी बौना नजर आ रहा है।पहले तो पलांटेशन की भूमि पर अतिक्रमण करियों से रेंज भूमि को मुक्त नहीं कर पाए हैं ऊपर से जंगल में आग लगने से वन विभाग को और भी अधिक परेशानियों में फंस गया है।
विगत दिवस पूर्व भी ग्राम मऊकुरिच्छा के जंगलों में भी दूर-दूर तक धुएं की लपटे दिखाई दे रही है और लगभग 10 15 बीघा का वन जलकर खाक हो गया है आग लगने के कारणों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है जिसकी खाना पूर्ति केवल मात्र विभाग द्वारा की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि हर साल इस समय जंगल में आग लग जाती है और बहुत बड़ा वन क्षेत्र जलकर नष्ट हो जाता है,फिर हरी भरी फसल भूमाफियों द्वारा उक्त भूमि पर काटी जाती है,जब भी करवाही की बात आती है तो मात्र गड्ढा भूमि पर खोदकर खाना पूर्ति करता है विभाग ।
ग्रामीणों का कहना है -
हम सब पढ़ते है सिंधिया परिवार की ग्रीष्म कालीन राजधानी कहा जाता है हमारा जिला,और आज हमें वर्षों हो गई शिकायत करते करते की कोई तो हमारे गांव को इन माफियाओं से बचाए लेकिन कोई सुनने बाला नही,विधायक से लेकर मंत्री तक,अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आगे चुनाव का वहिष्कार हम ग्रामीण करेंगे -
कुंची राय
स्थिति यह है की कोई सुनने बाला नही,भ्रष्टाचार इतनी चरम सीमा पर है की कोई सुनने बाला नही, कई बार रेजर से लेकर डी.एफ.ओ तक शिकायत की कार्यवाही के नाम पर केवल गड्ढे खोदकर खाना पूर्ति मात्र -
विपिन राय
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