सीएम के नाम सौंपा जन सेवा मित्रों ने ज्ञापन:बोले - स्थाई करने का किया था वादा, मांगे पूरी नहीं हुई तो युवा आदोलन करेंगे
शिवपुरी मुख्यालय पर आज मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों का कार्य कर चुके युवक और युवतियों ने सीएम के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा हैं। ज्ञापन के माध्यम से उन्हें यथा स्थान पर काम करने की दोबारा अनुमति सहित स्थाई रोजगार प्रदान करने की मांग की है। बता दें कि 31 जनवरी से मप्र सरकार में प्रदेश के सभी 9300 मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
सरकार आने के बाद किया वादा भूली सरकार
जानकारी के मुताबिक, मप्र शासन ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन व नीति विश्लेषण की ओर से प्रदेश में 9300 मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों की भर्ती की गई थी। जो प्रशासन व नागरिकों के बीच सेतु का काम कर रहे थे। इनका काम सरकार की समस्त जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम वर्ग तक पहुंचाने का था। लेकिन एसपी सरकार ने सभी 9300 मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
जन सेवा मित्र का कार्य कर चुकी भारती जाटव ने बताया जब पंचायत में ग्राम सेवक व सचिव हड़ताल पर थे उस समय जन सेवा मित्रों ने कार्य किया था। वर्तमान में सरकार ने बिना कुछ कारण बताये हमारी सेवाओं को समाप्त कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसेवा मित्रा को स्थाई करने की घोषणा की थी। हम सभी अपने अपने कार्यों को लेकर इस क्षेत्र में आए थे। यह विश्व की सबसे बड़ी इंटर्नशिप थी परंतु किसी को भी आज तक प्लेसमेंट या नौकरी नहीं मिली।
अब सेवा खत्म होने के बाद 9300 जन सेवा मित्रों के सामने रोजगार व रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एक तरफ सरकार प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ नौकरी देने का वादा करती है वहीं सरकार ने 9300 लोगों के रोजगार को खत्म करके उनके पेट में लात मारने का काम किया है।
उन्होंने आज सरकार को उनका लिए हुए वादे को याद दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश के सभी 9300 जन सेवा मित्रों को स्थाई रोजगार प्रदान किए जाने की मांग की है। ऐसे में अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो प्रदेश में युवा उग्र आदोलन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
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