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कोलारस से चुनाव लड़े बैजनाथ सिंह के भाजपा में जाने की चर्चा

 कांग्रेस से पलायन जारी, अब


कोलारस से चुनाव लड़े बैजनाथ सिंह के भाजपा में जाने की चर्चा

-बैजनाथ ने कहा सरपंचों के काम से मिला था में उनसे 


शिवपुरी ब्यूरो। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद शिवपुरी जिले में भी कांग्रेस से पलायन शुरू हो गया है। कोलारस से कांग्रेस का टिकिट मांग रहे शिवपुरी के भाजपा विधायक देवेन्द्र जैन के अनुज जितेन्द्र जैन गोटू ने पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष भाजपा की सदस्यता ले ली थी और अब कोलारस से कांग्रेस टिकिट पर चुनाव लड़े बैजनाथ सिंह यादव के भाजपा में जाने की चर्चाऐं तेज हो गई है। इन चर्चाओं को इसलिए बल मिला क्योंकि पिछले दिनों बैजनाथ सिंह यादव और उनके सुपुत्र केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली में उनके बंगले पर मिले थे। बैजनाथ सिंह यादव ने श्री सिंधिया से मिलने की पुष्टि की लेकिन भाजपा में शामिल होने से इन्कार किया और कहा कि वह अपने सरपंचों के कुछ कामों के लिए सिंधिया से मिले थे परन्तु शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने बताया कि बैजनाथ सिंह यादव का भाजपा में जाना तय है। सिर्फ औपचारिक घोषणा शेष है। सूत्र बताते हैं कि 3 फरवरी को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के शिवपुरी आगमन के अवसर पर बैजनाथ सिंह यादव भाजपा में शामिल हो सकते हैं। 

पूर्व जनपद अध्यक्ष और भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष रहे बैजनाथ ङ्क्षसह यादव मूल रूप से सिंधिया समर्थक हैं। श्री यादव जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे हैं। श्री ङ्क्षसधिया जब मार्च 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे उस समय श्री यादव जिला कांग्रेस अध्यक्ष थे, लेकिन श्री ङ्क्षसधिया के प्रति निष्ठा के कारण वह भाजपा में शामिल हो गए। विधानसभा चुनाव में वह कोलारस से भाजपा का टिकिट  चाहते थे, लेकिन सिंधिया की पसंद स्व. रामसिंह यादव के सुपुत्र महेन्द्र यादव थे। महेन्द्र यादव स्व. रामसिंह यादव के निधन के कारण हुए उप चुनाव में कोलारस से विधायक भी रह चुके थे। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भाजपा प्रत्याशी वीरेन्द्र रघुवंशी से मामूली अंतर से पराजित हो गए थे। यह तय माना जा रहा था कि सिंधिया कोटे से महेन्द्र यादव को भाजपा का टिकिट मिलेगा और मिला भी। इसे भांप कर टिकिट की महत्वाकांक्षा में बैजनाथ सिंह यादव केपी सिंह और जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय सिंह चौहान के माध्यम से कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस ने उन्हें कोलारस से उम्मीदवार भी बना दिया हालांकि चुनाव में वह पराजित हो गए। प्रदेश में कांग्रेस सत्ता भी नहीं बना पाई और भाजपा की सरकार पुन: बन गई। बैजनाथ सिंह यादव के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी सिंधिया के साथ उनके निजी रिश्तों में कोई फर्क नहीं आया। बैजनाथ सिंह यादव के कांग्रेस में शामिल होने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टिप्पणी की कि वह भले ही कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, लेकिन मेरे दिल के बहुत नजदीक है। टिकिट के कारण वह कांग्रेस में गए हैं। सूत्र बताते हें कि शायद इसी टिप्पणी के कारण वैजनाथ सिंह यादव ने सिंधिया के प्रति अपनी निष्ठा दिखाते हुए भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। देखना यह है कि उनके भाजपा में शामिल होने की औपचारिक घोषणा कब होती है। 

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