उज्जैन में चोरी का प्लान बनाकर घर में घुसे, पहचानने पर दंपती की हत्या
घटना देवास रोड स्थित पिपलोदा गांव की है। 27 जनवरी की सुबह भाजपा नेता रामनिवास कुमावत (70) और उनकी पत्नी मुन्नी कुमावत (65) के शव घर में मिले थे। पुलिस शुरुआत से लूटपाट में मर्डर की आशंका जता रही थी। ASP गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि गांव के ही होने की वजह से आरोपियों को पता था कि दंपती घर में अकेले रहते हैं। परिवार गांव में सबसे संपन्न है। घर में कैश और जेवर भी हैं। चारों ने मिलकर प्लान बनाया। आरोपियों ने बताया कि 26 जनवरी की शाम वे लोग भाजपा नेता के घर के आंगन में छिपकर बैठ गए थे।
घर के अंदर घुसे
रात में जब ये पता चल गया कि घर के सभी नौकर मवेशी बांधकर घर से चले गए हैं, इसके बाद दो आरोपियों में से एक ने खिड़की की ग्रिल तोड़ी और कमरे के अंदर गया। इसके बाद कमरा अंदर से खोल दिया ताकि उसके साथी अंदर आ सकें। इस दौरान कुमावत और उनकी पत्नी जाग गए। चारों को वे जानते थे। इसी वजह से आरोपियों ने पति-पत्नी पर चाकू से हमला कर दिया। इस बीच भाजपा नेता की पत्नी ने काफी संघर्ष किया और एक आरोपी को दांत से काट भी लिया था।
भाजपा नेता कुमावत गांव के मकान में पत्नी के साथ रहते थे। बेटी की शादी हो चुकी है। बेटा देवास में रहता है। वे रोज मॉर्निंग वॉक पर जाते थे। 27 जनवरी की सुबह बाहर नहीं निकले तो गांव में ही रहने वाले उनके साले ने घर जाकर देखा। उन्होंने सुबह 6 बजे पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने जांच में पाया कि खिड़की की ग्रिल टूटी हुई थी। CCTV कैमरे डैमेज कर दिए गए थे। मेन गेट का दरवाजा तो बंद था, लेकिन मकान का पिछला गेट खुला हुआ था।
ऐसे पहुंची पुलिस आरोपियों तक
पुलिस को सुराग मिला कि मारने वाला कोई जान पहचान का ही है। ग्रामीणों से पूछताछ शुरू हुई तो पता लगा कि घटना वाले दिन के बाद से दो युवकों के शरीर पर चोट के निशान हैं। पुलिस ने इन दोनों युवकों से जब पूछताछ कि तो दोनों गुमराह करने लगे। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। एसपी ने बताया कि दो युवकों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया, जबकि प्लान चार लोगों ने मिलकर बनाया था।
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