सावधान! जन्माष्टमी तक बाजार में रहेगा अराजकता का राज कायम
शिवपुरी ब्यूरो। रक्षा बंधन का त्यौहार नजदीक है टेकरी बाजार में राखी की दुकानें फुटपाथ पर सज गई है। जिन दुकानों के सामने फुटपाथ पर यह बाजार सजा है उसे सजाने की कीमत में 15 हजार से लेकर 75 हजार तक बसूले गए हैं। नतीजन बाजार की सड़क इस हद तक संकुचित हो कि पैदल व्यक्ति भी देखकर संभल कर टेकरी बाजार से आगे बढ़ रहा है। दुपहिया वाहनों के लिए तो यहां यातायात किसी बड़े सर्कस से कम नहीं है। फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले रिंकेश उर्फ गज्जू ने बताया कि उन्होंने दुकानदार से दुकान के बाहर राखी बेचने के लिए टेबिल सड़क पर लगाने की कीमत में 60 हजार रूपए दिए हैं। राखी बाजार अभी उफान पर नहीं है ग्राहकी कमजोर है, आज ऐसा लगता है 60 हजार में फुटपाथ खरीद कर उन्होंने बड़ी गलती की है। रखी बाजार ठण्डा होने के बाबजूद आम सहरियों को सावधान करते हुए सूचना दी जाती है कि जन्माष्टमी तक टेकरी और निचला बाजार में अजारकता का राज कायम रहेगा यहां दुपहिया और चार पहिया वाहन लाना अपने आप को बड़े जोखिम में डालने जैसा होगा। जब आप बाजार में संकुचित सड़क पर फंस जाओगे तो वहां यातायात को सुगम बनाने और कानून के राज की घोषणा करने वाले यातायात के सिपाही और सूवेदार नहीं दिखाईर् देंगे। बाजार में नालियों की सफाई न होने और फुटपाथ के बिक जाने से जो हालात पैदा हो रहे हैं। वह स्वच्छता अभियान को भी बड़ा पलीता लगा रहे है लेकिन नगर पालिका इस अराजकता की तरफ देखने की हिम्मत भी नहीं जुटा सकती है क्योंकि तीन दिन पहले ही व्यापारियों के अतिक्रमण को तोड़ने के लिए जो जैसी कार्यवाही की गई उसके विरोध में व्यापारियों ने एक तरह से पूरी व्यवस्था को बंधक बनाकर नगर पालिका के जिम्मेदारों को धूल चटा दी। अब चुनिंदा व्यापारी फुटपाथ बेचें या.....! इन का विरोध करने और कानून का राज कायम करने की हिम्मत नगर पालिका में तो कतई नहीं बची है। बाजार में अराजकता का राज जन्माष्टमी तक कायम रहेगा। यदि जिला कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी और एसपी रघुवंश सिंह तत्काल टेकरी और निचला बाजार एवं प्रगति बाजार का निरीक्षण करें तो नागरिकों को बड़ी सुविधा मिल सकती है। अन्यथा की स्थिति में चुनिंदा व्यापारी तो फुटपाथ बेचकर लाखों रूपए अंटी करके ताल ठोक रहे हैं।
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15 हजार से 75 हजार तक बेचा बाजार का फुटपाथ
नटवर लाल के किस्से रोचक हैं शिवपुरी में भी बड़ी नटवर शाही है आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन यह डंके की चोट पर लिखा गया सच है कि शिवपुरी में टेकरी और निचला बाजार सहित अन्य बाजारों में सरकारी फुटपाथों पर न सिर्फ अतिक्रण किया गया है बल्कि उन्हें चौड़े में बोली लगाकर बेच भी डाला गया है। बाजार में राखी बाजार के लिए उन दुकानदारों ने फुटपाथ बेचा हैं जिनकी दुकानें बाजार में हैं। इन्होंने दुकान न देकर सरकारी फुटपाथ राखी व्यापारियों को बेच डाला है। अब यह व्यापारी शासन प्रशासन को ठेंगा दिखाकर सड़क पर व्यापार कर रहे हैं और सड़क का किराया उस दुकानदार को दे रहे हैं जिसके सामने दुकान लगाई गई है। बताया गया है कि फुटपाथ लोकेशन के हिसाब से बेचे गए हैं। शिवशंकर और उससे लगा फुटपाथ 60 हजार में बेचा गया है। अन्य फुटपाथ भी 15 हजार से लेकर 75 हजार तक बेचे गए हैं। अब अगर किसी माई के लाल में दम है तो इस अराजकता को छेड़कर दिखाए, कानून का राज कायम करके दिखाए।
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त्यौहार और व्यापारियों से दहशत खाकर यातायात और नपा ने मूची आंखें
तीन चार दिन पहले बाजार को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचे नपा के मदाखलन दस्ते के साथ जो कुछ चुनिंदा व्यापारियों ने किया उससे बाजार के नाम पर यातायात महकमा और नपा दहशत खाकर आंख मूचने पर मजबूर हो गई है। व्यापारियों ने अतिक्रमण का विरोध करने के जो भी कारण बताए वह सब सही भी मान लिए जाऐं तो क्या कोई भी व्यापारी किसी भी स्थिति में अतिक्रमण को नियम संगत और कानून सम्मत ठहरा सकता है! अतिक्रमण करना नहीं चाहिए। किया है तो जब कहा जाए तब हटाना चाहिए। पता चला है कि वार्ड क्रमांक 05 के पार्षद ओमप्रकाश जैन ओमी ने कुछ समय पहले अपने वार्ड के अतिक्रमणों को हटाने की चर्चा नगर पालिका में की थी। पार्षद के कहने पर नगर पालिका ने मौका मुआयना करके जो अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे उनसे अतिक्रमण हटाने की गुजारिस की थी अतिक्रमण कारी व्यापारियों ने सहमति दी कि हम जल्द अतिक्रमण हटा लेंगे। जब अतिक्रमण नहंी हटे तो उन्हें हटाने के लिए अतिक्रमण दस्ता पहुंचा उसके बाद जो हुआ और उसे जिस तरह से प्रस्तुत किया गया उसमें यह साफ हो गया कि बाजार में कानून का नहीं व्यापारियों का राज होगा! दुहाई यह भी दी गई कि अतिक्रमण को तोड़ने के लिए त्यौहार के समय पर आए हैं। यह दलील साफ तौर पर यह संकेत देती है कि त्यौहार से पहले अतिक्रमण हटा दिया तो राखी व्यापारियों को फुटफाथ बेचकर 15 से 25 लाख रूपए की जो बसूली चुनिंदा व्यापारियों ने की उन्हें लेने के देने पड़ जाएगें। अब स्थिति यह है कि टेकरी और निचला बाजार में अराजकता पसर चुकी है सड़कों पर टेबिलें लग गई है। एक दुकानदार ने तो बीच सड़क पर लोहे के पाईपों का बैरीकेट्स लगाकर अपनी दुकान का प्रवेश परिसर भी दम से बना डाला है। अब चुकी व्यापारियों के सामने चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए शासन प्रशासन ने पीठ कर ली हैं तो शिवपुरी का भगवान ही मालिक है समस्या ज्वलंत हैं जनहित दाव पर जिला कलेक्टर और एसपी को तत्काल इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।
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