पुलिस वैन ने छात्रा को रौंदा,मौत, पुलिसकर्मी वैन लेकर हुआ फरार
-साइकिल पर सवार होकर कोचिंग से लौट रही थी छात्रा
शिवपुरी ब्यूरो। शिवपुरी में पुलिस वैन ने 12 वीं की छात्रा को रौंद दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई, छात्रा कोचिंग से साइकिल सवार होकर घर लौट रही थी। घटना के बाद ड्राइवर पुलिस वैन लेकर फरार हो गया, घटना शनिवार सुबह करीब 9 बजे की है।
जानकारी के मुताबिक, होटल पीएस के पास की रहने वाली सरस्वती यादव पुत्री दारा सिंह यादव उम्र 17 12 वीं क्लास में पढ़ती थी। सरस्वती सुबह राजेश्वरी रोड स्थित कोचिंग सेंटर से साइकिल से अपने घर लौट रही थी। जब वह पूराने जिला पंचायत कार्यालय के पुलिस अधीक्षक कार्यालय तरफ जा रही थी महिला थाने के पास से गुजर रही थी, तभी एक तेज रफ्तार पुलिस वैन ने उसके पास तेज रफ्तार में पुलिस वेन को लेकर उसमें कट मार दी जिससे वह गिर पड़ी और घटना स्थल पर बालिका अचेत अवस्था में हो गई लेकिन पुलिस कर्मियों की मानवीयता यह नहीं रही कि बालिका को उपचार हेतु जिला अस्पताल ले जाऊ लेकन गाड़ी लेकर वहां से फरार हो गए और छात्रा ने मौके पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रत्यक्षदर्शी राहुल पाराशर ने बताया कि यह हादसा उसकी आंखों के सामने हुआ। पुलिस वैन के ड्राइवर ने वाहन को नहीं रोका और मौके से फरार हो गया।
वॉक्स:-
पुलिस अधीक्षक बोले दुखद घटना
छात्रा की मौत के बाद शिवपुरी एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने हादसे को दुखद बताया है। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को परेड में शामिल होने वाले पुलिसकर्मी परेड ग्राउंड से वैन से लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ। एसडीओपी अजय भार्गव ने पीड़ित परिवार को कलेक्टर से एक लाख रुपए की तत्काल तहसीलदार सिद्धार्थ भूषण शर्मा ने पीएम हाउस बाहर सरस्वती के भाई को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता का चैक प्रदान किया।
वॉक्स:-
हत्या के केस में जेल में बंद है पिता, पुत्री के अंतिम संस्कार में शामिल होने मिली पिता को बेल
छात्रा सरस्वती के पिता दारा सिंह यादव हत्या के आरोप में शिवपुरी के सर्किल जेल में बंद है। सरस्वती तीन बहन और दो भाई हैं। सड़क हादसे में मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए परिवार ने पिता को जेल से बाहर लाने की अर्जी लगाई थी। जिस पर माननीय न्यायाधीश महोदय ने पुत्री के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पुलिस सुरक्षा शाम तक का समय दिया जिससे उसके पिता दारा सिंह अपनी बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल हो सके।
0 Comments