माधव नेशनल पार्क में टाइगर लाए जाने के बाद पर्यटन स्थल और जलप्रपातों पर जाने से रोक, पर्यटक नाराज
शिवपुरी ब्यूरो। शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क में टाइगर लाए जाने के बाद जंगल के अंदर आने वाले प्रमुख टूरिस्ट स्पॉटों पर पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी गई है। इस रोक से पर्यटकों में नाराजगी है।
बारिश के मौसम में पर्यटक जंगल में स्थित टूरिस्ट स्पॉट पर जाना चाहते हैं। लेकिन माधव नेशनल पार्क प्रबंधन की मनमानी के कारण पर्यटक वहां तक नहीं जा पा रहे हैं। पार्क के अंदर कई अच्छे टूरिस्ट स्पॉट हैं, जिनमें टुंडा भरखा खो जलप्रपात, भूरा खो झरना, चूरण छज्जा आदि स्थल हैं। बारिश के दौर में इन स्थलों का आकर्षण और बढ़ जाता है। यहां पर बारिश के बीच हरियाली बढ़ने से इन टूरिस्ट स्पॉट की सुंदरता बढ़ जाती है। लेकिन इस समय पार्क के अधिकारियों द्वारा मनमानी पूर्ण तरीके से इस पर रोक लगा दी गई है, इससे पर्यटक नाराज हैं।
शिवपुरी में बारिश बढ़ जाने के बाद हरियाली बढ़ जाती है और इस हरियाली के बढ़ जाने से आसपास के जिले जैसे ग्वालियर, श्योपुर, गुना और उत्तर प्रदेश के झांसी से बड़ी संख्या में पर्यटक जहां के जलप्रपात, झरने और अन्य स्थानों को देखने के लिए आते हैं। लेकिन वर्तमान में माधव नेशनल पार्क के अंदर जो जलप्रपात व झरने हैं, उन पर जाने पर रोक लगा दी गई है। इससे पर्यटक यहां पर घूमने के लिए नहीं जा पा रहे हैं। पार्क के अधिकारियों का कहना है कि पिछले दिनों यहां पर तीन टाइगर लाए गए हैं। इन तीन टाइगरों के कारण जाने पर रोक लगाई गई है।
पर्यटकों का कहना है कि टाइगर लाए जाने के बाद माधव नेशनल पार्क के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। आए दिन नए फरमान निकाले जा रहे हैं। पूर्व में पार्क के डायरेक्टर उत्तम शर्मा द्वारा माधव नेशनल पार्क को जुलाई से सितंबर तक बंद करने के करने का एक प्रस्ताव भोपाल भेजा था, जबकि यह पार्क बीते कई साल से बारिश के दौर में भी खुला रहता है। क्योंकि यहां पर पार्क के अंदर आने-जाने के लिए लालपुरम की मिट्टी डली हुई है और अच्छे रास्ते हैं। लेकिन पार्क डायरेक्टर ने मनवाना प्रस्ताव भोपाल भेज दिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। लेकिन अब दूसरा तरीका निकालते हुए पार्क के अधिकारियों ने यहां पर टाइगर की सुरक्षा का बहाना लेकर जो अच्छे टूरिस्ट स्थल हैं, वहां पर जाने पर पाबंदी लगा दी है।
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