5 टाइगरों की दहाड़ से गंूजेगा माधव नेशनल पार्क, पहले चरण में 3 टाइगर आएंगे
-कैमरों से की जाएगी निगरानी
शिवपुरी ब्यूरो। मध्यप्रदेश के माधव नेशनल पार्क में टाइगर फिर से दहाड़ेंगे। इसी महीने 3 टाइगर लाए जा रहे हैं। जिनमें एक नर और दो मादा टाइगर रहेंगे। दूसरे चरण में दो टाइगर आएंगे। इसे लेकर वन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। ऐसा होने पर शिवपुरी जिला फिर से टाइगरों से आबाद होगा। भोपाल में वन विभाग के सीनियर अफसर बाघों को माधव पार्क में बसाए जाने को लेकर प्लान तैयार कर रहे हैं। एक-दो दिन में अफसर फिर से शिवपुरी जाकर दौरा भी करेंगे।
माधव नेशनल पार्क शिवपुरी शहर के पास है। पार्क ग्वालियर के मुगल सम्राटों और महाराजाओं का शिकारगाह था। इसे 1958 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था। पार्क के लिए दो एंट्री गेट है। पहला एनएच-25 (पुराना झांसी रोड) और दूसरा आगरा-मुंबई रोड पर शिवपुरी से ग्वालियर की ओर 7 किमी की दूरी पर है। पार्क में नीलगाय, चिंकारा, चौसिंगा, हिरण, चीतल, सांभर, तेंदुए, भेडिय़ा, सियार, लोमड़ी, जंगली कुत्ता, जंगली सुअर, साही, अजगर आदि देखे जाते हैं। अब यह पार्क टाइगर से भी आबाद होने वाला है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में तीन बाघ लाए जा रहे हैं। जिसमें दो मादा और एक नर है। जनवरी में ही टाइगर लाए जाएंगे। दूसरे चरण में दो बाघ और लाए जाएंगे। बता दें कि फ्री रेंज टाइगर लाने के लिए माधव राष्ट्रीय उद्यान को केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने टाइगर की पुनर्स्थापना के लिए अनुमति दी थी। वहीं, नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने भी पहले ही मंजूरी दे दी थी। पहले चरण में आने वाले तीन टाइगरों को लेकर अध्ययन भी होगा कि बाघ यहां किस तरह से रहते हैं और किस तरह खुद को अनुकूल करते हैं। इस अध्ययन के आधार पर अगले चरण में दो और टाइगर लाए जाएंगे। यह पांच बाघ फ्री रेंज में आएंगे यानी यह किसी पिंजरे में नहीं रहेंगे, बल्कि राष्ट्रीय उद्यान में खुले में विचरण कर सकेंगे।
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