जीवन निर्माण की शिक्षा विद्या भारती का लक्ष्य: भटनागर
-सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय में तीन दिवसीय प्रांतीय संयोजक मंडल सम्मेलन संपन्न
शिवपुरी ब्यूरो। विद्या भारती इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का विकास करना चाहती है, जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो हिन्दुत्वनिष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो, शारीरिक, प्राणिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो तथा जो जीवन की वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक कर सके और उसका जीवन ग्रामों, वनों, गिरिकन्दराओं एवं झुग्गी-झोपडियों में निवास करने वाले दीन-दुखी, अभावग्रस्त अपने बान्धवों को सामाजिक कुरीतियों, शोषण एवं अन्याय से मुक्त कराकर राष्ट्र जीवन को समरस, सुसम्पन्न, एवं सुसंस्कृत बनाने के लिए समर्पित हो। जीवन निर्माण की शिक्षा विद्या भारती का लक्ष्य है। यह विचार सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय में चल रहे ग्राम भारती शिक्षा समिति प्रांतीय संयोजक मंडल सम्मेलन के समापन अवसर पर अखिल भारतीय महामंत्री विद्या भारती अवनीश भटनागर ने कही।
उन्होंने कहा कि विद्या भारती की मान्यता है कि केवल किताबी ज्ञान जानकारी बढ़ा सकता है किन्तु जीवन निर्माण नहीं कर सकता। इसी प्रकार पर्सनालिटी विकास से आकर्षक व्यक्तित्व बनाया जा सकता है, परन्तु व्यक्तित्व की मूलभूत सम्भावनाओं का विकास नहीं हो सकता। हमारा तैत्तिरीय उपनिषद कहता है कि व्यक्तित्व पंच कोशात्मक है। ये पंच कोश हैं- अन्नमय कोश, प्राणमय कोश, मनोमय कोश, विज्ञानमय कोश तथा आनन्दमय कोश। इन पांचों कोशों का विकास करने से अर्थात् शरीर, प्राण, मन, बुद्धि तथा चित्त जब विकसित होते हैं, तभी सर्वांगीण विकास हुआ माना जाता है। केवल इतना ही नहीं तो जब तक विकसित व्यक्ति का समष्टि के साथ समायोजन नहीं होता, अर्थात मेरा जीवन केवल मेरे लिए नहीं है, वह परिवार, समाज, देश एवं विश्व के लिए भी है, जब तक इस बात का भान नहीं होता तब तक व्यक्ति में और मेरा परिवार तक ही सीमित रहता है। इसी प्रकार व्यक्ति का सृष्टि के साथ समायोजन करते हुए जब उसे परमेष्ठी की ओर अग्रसर किया जाता है, तभी वह 'सा विद्या या विमुक्तयेÓ इस उक्ति को सार्थक करने की योग्यता अर्जित करता है। समापन सत्र में क्षेत्रीय संगठन मंत्री विद्या भारती भालचन्द्र रावले, प्रांतीय संगठन मंत्री निखिलेश महेश्वरी, प्रांतीय अध्यक्ष बनबारीलाल सक्सेना, क्षेत्रीय मंत्री विद्या भारतीय विवेक शेंड्ये, प्रांतीय अध्यक्ष ग्राम भारती सुजीत शर्मा सहित अखिल भारतीय सह संयोजक ग्रामीण शिक्षा शशि फड़के, रेखा दीदी, नीता गोस्वामी, सुनीता पाण्डेय, ओमप्रकाश जागला प्रांत प्रमुख, प्रांतीय सचिव वीरेन्द्र सेंगर सहित नागरिक पत्रकार बन्धु प्रांतीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी मौजूद रहे।
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तीन दिवसीय सम्मेलन का आज हुआ समापन
विद्या भारती ग्राम भारती शिक्षा समिति मध्य भारत राष्ट्रीय संयोजक मंडल सम्मेलन 29 दिसंबर से शुरू हुआ जिसका समापन 31 दिसंबर को किया गया। तीन दिन तक चले इस प्रांतीय संयोजक मंडल सम्मेलन में 423 विद्यालयों के लगभग 2362 सदस्यो को दायित्व बोध, समझदारी, कुशलता एवं सक्रियता बढ़ाने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया और विभिन्न सत्रों के माध्यम से जानकारी दी गई।
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