-हाईटेंक झूले और नक्शे से कतारबद्ध सजी दुकानें बनेंगी मेले का आकर्षण
शिवपुरी ब्यूरो। ऐतिहासिक महत्व का सिद्धेश्वर मेला अपनी पूरी भव्यता और गरिमा के साथ लगने के लिए तैयार होने लगा है सिद्धेश्वर मेला प्रांगण में हाईटेंक झूले अभी से आकर्षण का केन्द्र बनने लगे हैं। मेले का ठेका लेने वाले ठेकेदार बतन समाधिया ने बताया कि इस बार पूरा मेला हाईटेंक होगा जो झूले आ गए हैं और आ रहे हैं उनमें से अधिकांश झूले आज तक शिवपुरी के मेले में नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार मेले में टावर झूला आ रहा हैं जो नीचे से घूमता हुआ 100 फिट ऊपर तक जाएगा। इसके अतिरिक्त स्ट्राईकिंग कार भी मेले के सैलानियों को लुभाएगी। उन्होंने बताया कि मेला प्रांगण में जो दुकानें लगेंगी वह नक्शे के अनुसार कतारबद्ध और आकर्षक लाईटों से मेले की गरिमा बढ़ा देंगी।
उल्लेखनीय है कि मेले के आयोजन को लेकर कुछ विवाद की स्थिति सामने आ रही थी जब विवाद की जानकारी कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और जिला कलेक्टर अक्षय कुमार को लगी तो उन्होंने मेले को निर्विवाद और भव्यता से लगाने की जिम्मेदारी भाजपा मंडल प्रभारी भानू दुबे को सौंपी थी।
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ऐसे रखी गई निर्विवाद मेले की नीब
सिद्धेश्वर मेले में ठेकेदारों के बीच विवाद की स्थिति बन रही थी जब मेले से संबंधितों के बीच विवाद का हल नहीं निकला तब कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के निर्देश पर भाजपा मंडल प्रभारी भानू दुबे ने मेले के आयोजन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ मेले में ठेका डालने वाले ठेकेदारों और दुकानदारों से बातचीत की। भानू दुबे ने सभी पक्षों को अपने घर पर बिठाकर उनसे यह जानने का प्रयास किया कि वह खुद के लिए क्या चाहते हैं और शिवपुरी के मेले को भव्य बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? बैठक में दुकानदारों ने भानू दुबे से कहा कि हमें नगर पालिका की शर्तों के अनुरूप दुकान मिल जाए तो हम दुकान को आकर्षक लगाकर मेले की शोभा बढ़ायेंगे। दुकानदारों के आग्रह का भरपूर पक्ष लेते हुए यह तय कर दिया गया कि दुकानदारों को दुकानें नियमानुसार मिलेंगी। बैठक में मौजूद आशिफ खान ने दुकानदारों और झूला संचालकों के बीच बनी सहमति पर हर्ष जताते हुए कहा कि अब हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम मेले को भव्य और गरिमामय बनायें।
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मेले में 25 बचाए और 18 कमाए नपा ने
प्राचीन सिद्धेश्वर मेले का इतिहास सदियों पुराना है ऐतिहासिक रूप से लगने वाले इस मेले में नगर पालिका कल तक जो पैसा मेले से कमाती थी उसमें तकरीबन 25 से 30 लाख रूपए और लगाकर खर्च कर थी। नगर पालिका के लिए मेला घाटे का सौदा था इस बार नगर पालिका जो मेला लगा रही है उसमें नगर पालिका को 18 लाख की शुद्ध आमदनी होगी और यही नहीं सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रमों पर जो 25 से 30 लाख रूपए नगर पालिका अपनी गुल्लक से खर्च करती थी वह भी उसे नहीं करने पड़ेंगे। क्योंकि नगर पालिका ने मेले की निविदा शर्त में सभी कार्यक्रम वेहतर से वेहतर कराने की जिम्मेदारी भी ठेकेदार को ही सौंप रखी है। मेले का ठेका 18 लाख रूपए में अटल ज्योति सांस्कृतिक मंच को ऑनलाईन टेंडर में दिया गया हैं। 25 लाख जेब के बचाकर और 18 लाख रूपए राजस्व गुल्लक में अलग से डालने का कार्य नगर पालिका प्रशासक और कलेक्टर अक्षय कुमार एवं सीएमओ शैलेष अवस्थी ने अपनी सुझ बूझ से किया है।
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पुराने दुकानदारों ने स्वयं डाले फीते
मेला ठेकेदार पर यह आरोप था कि वह पुराने दुकानदारों को दुकान आवंटित नहीं कर रहा है इस आरोप की हवा उस समय निकल गई जब भानू दुबे स्वयं सिद्धेश्वर मेला प्रांगण में पहुंचे और उन्हेांने पुराने दुकानदारों से आग्रह करते हुए कहा कि आप शिवपुरी के मेले की पहचान हो आप अपनी दुकान तय कर लो। भानू दुबे के साथ मेला ठेकेदार बतन समाधिया, आशिफ खान एवं मेला प्रभारी सुधीर मिश्रा मौजूद थे। जिनकी उपस्थिति में पुराने दुकानदारों ने अपनी सुविधा के अनुसार स्वयं फीता डालकर अपनी दुकान की नापजोख कर ली।
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