-पड़ौसी दुकानदार ही निकला मास्टरमाइंड
-चार आरोपी गिरफ्तार, 8 लाख 30 हजार रूपए बरामद
शिवपुरी ब्यूरो। बदरवास में कियोस्क संचालक विजय सिंघल के घर से 45 लाख रूपए की लूट का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने इस मामले में फरियादी विजय सिंघल के पडौस में मोबाइल की दुकान संचालित करने वाले अंकुश जैन पुत्र अजीत जैन उम्र 22 वर्ष निवासी वार्ड नम्बर 5 बदरवास को गिरफ्तार किया है। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड यही युवक है उसकी साथ आशीष धाकड़ ने पूरे मामले की पर्ते खोलकर रख दी।
पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि अंकुश जैन के अलावा तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी का नाम आशीष धाकड़ निवासी बिजरौनी बताया जा रहा है और दो अन्य आरोपी शिवम किरार, मुरारी किरार। शेष तीन आरोपी गुना जिले के निहालदेवी के बताए जाते हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में 4 आरोपी और गिरफ्त में हैं। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने स्वीकार किया है कि बदरवास लूट का खुलासा हो चुका है और इस मामले का मास्टरमाइंड जैन नामक युवक गिरफ्तार हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि लूट की रकम में से कुछ रकम बरामद हो चुकी है।
लूट की इस सनसनीखेज बारदात में बदमाशों ने पूरी सावधानी बरती थी। सीसीटीव्ही कैमरों की हार्डडिस्क भी वह निकाल कर ले गए थे। लेकिन पुलिस ने अडोस-पडौस के सीसीटीव्ही कैमरों को खंगालकर लुटेरों के चित्र हांसिल किए। कियोस्क संचालक की दुकान में एक बैंक का एटीएम भी लगा है और श्री सिंघल इसी के ऊपर परिवार सहित निवास करते हैं। घटना वाले दिन लुटेरों ने श्री सिंघल को रात में फोन लगाकर कहा कि एटीएम में पैसे फंस गए हैं। इस पर श्री सिंघल ने कहा कि वह आकर देखते हैं और जैसे ही वह दुकान में नीचे आए, वैसे ही बदमाशों ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने जिस नम्बर से लुटेरों से फोन किया था, उसे ट्रेस किया तो पता चला कि उसकी सिम का विक्रय पड़ोस के दुकानदार सचिन मोबाइल ने किया था। जिसका संचालक अंकुश जैन है। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने घटना में अपनी संलिप्तता से इंकार किया। पुलिस ने जब रात में उसकी लोकेशन पूछी तो उसने कहा कि वह घर में ही था। लेकिन उसके मोबाइल से उसकी लोकेशन निहालदेवी क्षेत्र में मिली। इस पर पुलिस ने जब थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया तो उसने उगल दिया कि बारदात को अंजाम देने में उसकी मुख्य भूमिका रही है और उसने अपने साथियों की मदद से इस बारदात को अंजाम दिया है। पुलिस पूछताछ में उसने उगल दिया कि अपने साथियों की मदद से उसने इस लूटकांड को अंजाम दिया हैं।
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ऐसे हुआ खुलासा
अपराध को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन अनिल शर्मा द्वारा एसपी राजेशसिंह को मामले का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। एसपी के निर्देशन में एएसपी प्रवीण भूरिया के मार्गदर्शन में एसडीओपी कोलारस निरंजनसिंह राजपूत के नेतृत्व में थाना प्रभारी बदरवास, सायबर सेल टीम, एडी टीम एवं अन्य पुलिस को लेकर टीम गठित की गई और मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया। जांच के दोरान सभी साक्षों, सीसीटीव्ही कैमरों को बारीकी से देखा तो कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही की फुटेज के आधार पर उन्हें चिन्हित कर तलाशी शुरू की। जहां घटना के बाद पुलिस ने संदिग्धों को गुना की तरफ जाते हुए देखा। अगले दिन बैराड़ से पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार किया। जब पुलिस ने कड़ाई से आशीष से पूछताछ की तो उसने सारे राज उगलने शुरू कर दिए। आशीष ने बताया कि इस घटना का मास्टर माइंड क्योस्क संचालक के सामने मोबाइल दुकान चलाने वाला अंकुश जैन निकला। जिस पर पुलिस ने अंकुश को गिरफ्तार किया। अंकुश ने पूछताछ के दौरान घटना को कारित करना स्वीकार किया। आरोपितों के पास से लूटे गए रुपयों में से 8 लाख 30 हजार जब्त कर लिए हैं। शेष आरोपितों की तलाश पुलिस कर रही है।
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इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
आरोपितों को पकडऩे में एएसपी प्रवीण कुमार भूरिया, एसडीओपी पोहरी निरंजनसिंह राजपूत, थाना प्रभारी बदरवास राकेश शर्मा, थाना प्रभारी बैराड़ सतीशसिंह चौहान, थाना प्रभारी फिजीकल कृपाल राठौर, थाना प्रभारी देहात विकास यादव, थाना बैराड़ उप.निरी. अरविंदसिंह चौहान थाना प्रभारी रन्नौद अंशुल गुप्ता, थाना प्रभारी अमोला अमित चतुर्वेदी, थाना प्रभारी इंदार केएम शर्मा, एडी प्रभारी रविंद्रसिंह सिकरवार, चौकी प्रभारी लुकवासा योगेंद्रसिंह सेंगर, थाना कोलारस उप.नि. रूपेश शर्मा, सायबर सैल प्रभारी उनि. मुकेश दुबोलिया, उप.निरी. बदरवास बीएम कुशवाह, उप निरी. थाना प्रभारी बम्होरी जिला गुना चंदे प्रकाश दीक्षित, थाना बदरवास नरेंद्र शर्मा, प्रकाशसिंह रघुवंशी, सतेंद्रसिंह भदौरिया, भगवानलाल जौर, राकेश शिवहरे, थाना बम्होरी पंजाबसिंह, एडी टीम प्रवीण ित्रवेदी, रन्नौद थाना सरदारसिंह चौहान, कोलारस थाने दिलीप राजावत, नरेश दुबे, एडी टीम चंद्रभानसिंह, उसमानसिंह, सायबर सैल विकाससिंह, देवेंद्र सेन, कदमसिंह, थाना बैराड़ गोविंद भदौरिया, सुरेंद्र राय, राकेश धाकड़, रहीस खान, सौरभ सेंगर, अमजद खान, प्रभजोत, प्रवेंद्र रावत, रामअवतार रावत, दुर्गविजय रावत, संगम उपाध्याय, वीरेंद्र गुर्जर, रामअवतार रावत, अरूण विक्रमसिंह, धर्मसिंह, वर्षा जाटव, रन्नौद केदारी, रणवीरसिंह, अंकित चतुर्वेदी, हरेंद्र गुर्जर, जलज रावत, एसडीओपी कार्यालय पोहरी हरेंद्र गुर्जर, एसडीओपी कार्यालय पोहरी विवेकानंद, प्रदीप गुर्जर, राहुल कुमार की सराहनीय भूमिका रही।
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