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युवाओं में कर्डियकअरेस्ट के बढ़े मामले चिंता का विषय

युवाओं में कर्डियकअरेस्ट के बढ़े मामले चिंता का विषय
-जंकफूड, स्मोकिंग, अनियमित दिनचर्या हैं मुख्य कारण 
-स्वस्थ्य रहने के लिए आवश्यक है मॉर्निगवॉक एवं योगा 
-राजकुमार शर्मा/संतोष शर्मा-
शिवपुरी ब्यूरो। वर्तमान में सर्दी का प्रकोप अपने पूरे चरम पर हैं ऐसे में हृदय रोग के मरीजों के अलावा अन्य गंभीर बीमारियों से पीडि़तों की समस्यायें तो बढ़ती ही जा रही हैं, परन्तु वर्तमान में कुछ युवाओं की मौत का कारण भी कर्डियकअरेस्ट से होना चिंता का विषय हैं। इसके लिए युवाओं में अनियमित खानपान एवं व्यायाम न करना भी एक बजह बनकर सामने आ रही है। 
शिवपुरी जिले में एक सप्ताह के दौरान ही दो युवाओं जिसमें राजेश जैन एवं अंशुल आचार्य की मौत का कारण हृदय से संबंधित ही सामने आया हैं। जैसा की ज्ञात हुआ इन दोनों युवाओं की मौैत संभवत: कर्डियकअरेस्ट से हुई हैं। अब सवाल यह उठता हैं कि  40 वर्ष के आस पास की आयु के युवाओं को ही हृदय रोग की अनदेखी नहीं करना चाहिए, विशेषज्ञों के अनुसार आजकल युवाओं में जंक फूड एवं स्मोकिंग एक जीवन का हिस्सा बन गया हैं। जो कि हृदयरोग की संभावना को काफी बढ़ा देता है, इसके अलावा 30 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं द्वारा अपनी शारीरिक जांच न कराने से भी उन्हें आने वाले गंभीर बीमारी के विषय में जानकारी नहीं मिल पाती। जबकि वर्तमान में अनियमित खान पान प्रदूषण एवं तनाव के चलते युवाओं में भी रक्तचाप एवं सुगर की बीमारी लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसके लिए चिकित्सकों के परामर्श अनुसार संयमित जीवन शैली एवं खान पान को अपनाया जाना अति आवश्यक हो गया हैं साथ ही युवाओं को अपनी सेहत के लिए समय निकाल कर व्यायाम को अपनी जीवनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। प्रतिदिन 30 मिनिट की सैर एवं कुछ हलके फुलके व्यायाम नियमित रूप से करना चाहिए। हृदय को स्वस्थ्य रखने में योगा का भी नियमित अभ्यास किया जाए तो काफी लाभ दायक सिद्ध होता हैं। योगा अभ्यास में सूर्य नमस्कार, वटरफलाई, वज्रासन, अनुलोम-विलोम, कपालभांती, भ्रामरी आदि काफी लाभप्रद सिद्ध होते हैं जो शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ ही आतरिक अंगों को मजबूती प्रदान करते हैं। 
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बचाव के उपाय 
सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त गर्म बस्त्रों का उपयोग करें, अधिक सर्दी होने पर कुनकुने गर्म पानी का सेवन करें, नियमित रूप से प्रात: काल 1 से 2 कि.मी. दूरी तक पैदल चलें, 15 से 30 मिनिट तक योगाभ्यास, सूक्ष्म व्यायाम, प्राणायाम आदि नियमित रूप से करें। अधिक तेल एवं घी का सेवन न करें। 
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स्मोकिंग एवं जंकफूड को त्याग दें युवा: डॉ. रीतेश यादव
हृदय रोग से बचाव के लिए जानकारी देते हुए मेडीकल कॉलेज शिवपुरी के सहायक प्राध्यापक डॉ. रीतेश यादव ने बताया कि वर्तमान में अधिकांश युवा जंकफूड एवं स्मोकिंग के सौकीन हो गए हैं जो कि युवाओं में बीमारी का बड़ा कारण बन रहा हैं। बुजुर्गों में सामान्यत: बीपी, सुगर एवं अन्य बीमारियां अपना घर बना लेती हैं, परन्तु नियमित रूप से चिकित्सक के परामर्श के बीना ही कई नागरिकों के द्वारा दवाओं का सेवन अथवा बताई गई दवाओं का नियमित रूप से सेवन न करने के चलते भी हार्टअटैक एवं कर्डियकअरेस्ट मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे बचने के लिए परामर्श अनुसार दवाओं का सेवन एवं समय पर चिकित्सक की सलाह लेना आवश्यक हैं। 
इनका कहना हैं।
कई युवाओं को जांच न कराने से पता ही नहीं चलता कि उन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत हैं अथवा अन्य कोई गंभीर बीमारी हैं परन्तु वर्तमान में सर्दी अधिक होने से धमनियां सिकुड़ जाती हैं जिससे हृदय रोग के मरीजों को गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ता हैं। इतना ही नहीं इस समय कोविड के कारण भी कई मरीजों के बीपी अधिक बढऩे से हार्टअटैक का खतरा अधिक हो जाता हैं। 
डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर 
सिविल सर्जन 
जिला चिकित्सालय शिवपुरी
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