सर्किल जेल में .....7 दिन में दो मौत
मानव अधिकारों का हनन ..निष्पक्ष जांच हुई तो खुलेंगी परत
शिवपुरी सर्किल जेल इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है जेल में मुलाकात के लिए सुविधा शुल्क का मामला हो या फिर जेल में बन्द आरोपियों के साथ दुर्व्यवहार का... 7दिन पूर्व ही जेल में बन्द आरोपी महिला के मासूम बच्चे की मौत को ठंड लगने से होना बताया गया था और आज फिर जेल में बन्द एक दुष्कर्म के आरोपी की सन्दिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आ गया मृतक के परिजनों का आरोप है की आरोपी धानुक को मरवाया गया है वहीं दूसरी ओर धानुक की मौत ठंड लगने से होना बताई जा रही है हालांकि पीएम एवं जांच उपरांत ही स्पष्ट होगा कि मौत कैसे हुई । जेल में एक हफ्ते में दो मौतें अगर ठंड लगने से हुई है तो इस मामले में खुले तौर पर जेल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही एवं क्रूरता उजागर होती है और यह पूरा मामला खुले तौर पर मानव अधिकार हनन से जुड़ा हुआ है । जेल से छूटकर आये एक कैदी की बातों पर अगर भरोसा किया जाए तो सर्किल जेल में बन्द डकैत गड़रिया गिरोह का एक मेम्बर जेल जिम्मेदारों का खास बनकर मुलाकात से लेकर कैदियों को सुविधा देने के एवज में मोटी रकम बसूली कर जिम्मेदारों तक पहुचा रह है ।जिस कैदी के परिजन य कैदी राशि का प्रबंध करदेता है उसे सुख सुबिधाये दे दी जाती है और जो कैदी सुविधा शुल्क नही दे पाते है उनके साथ गलत व्यवहार किया जाता है उन्हें शासन से मिलने बाली सुविधा भी बमुश्किल दी जाती है । जेल में तम्बाकू से लेकर अन्य सुविधा 10 गुना दामों पर जेल में बन्द आरोपियों तक पहुचाई जाती है । वहीं शासन द्वारा जेल में कैदियों के लिए आने बाले राशन का बड़ा हिस्सा जेल व्यवस्था के जिम्मेदारों के घरों के किचिन तक पहुचता है तो कैदियों को घटिया भोजन दिया जाता है ! इस पूरे मामले की अगर निष्पक्ष जांच हो तो जेल की ऊंची ऊंची दीवारों के अंदर चल रहे खेल की परतें खुल सकेंगी ..इस मामले में मानव अधिकार आयोग क्या संज्ञान लेता है यह देखना होगा...
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