शिवपुरी
रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई को रक्षा-सूत्र बांधती हैं,रक्षा बंधन का त्यौहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक होकर चारों ओर अपनी छटा को बिखेरता सा प्रतीत होता है.सात्विक एवं पवित्रता का सौंदर्य लिए यह त्यौहार सभी लोगे के हृदय को अपनी खुश्बू से महकाता है l
पं. लक्ष्मीकांत शर्मा मंशापूर्ण मंदिर के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं रहेगी। भाई-बहन के स्नेह का पर्व रक्षाबंधन आज मनाया जाएगा। इस बार बृहस्पति और चंद्रमा की मंगलकारी युति से वैभव प्रदान करने वाला गजकेसरी योग बनेगा। दिन भर मंगलकारी धनिष्ठा नक्षत्र और शोभन योग में सभी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांध सकेंगी। रक्षा बंधन पर इस योग का बनना भाई-बहनों के लिए अत्यधिक कल्याणकारी साबित होगा।
पूर्णिमा तिथि शनिवार 21 अगस्त को सायंकाल 7बजकर 00 मिनट से आरम्भ होगी तथा आज रविवार 05बजकर 31 मिनट तक रहेगी इस वर्ष भद्रा प्रात: 06 बजकर 16मिनट पर समाप्त हो जायेगी इस समय के उपरांत रक्षाबंधन (श्रावणी उपकर्म )संपन्न किया जाएगा l
रक्षा सूत्र बाँधने का मुहूर्त
प्रातः 7:33 से सायकाल 4:30 तक हैं, अपितु 7:33 से दोपहर 12:48 तक का समय विशेष मंगलकारी रहेगा .! जिसमें लाभ और अमृत की चौकड़िया के साथ अभिजीत मुहूर्त भी शामिल है
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