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सरकारी खरीदी केन्द्रों पर फसल विक्रय करने में किसान नहीं ले रहे रूचि

सरकारी खरीदी केन्द्रों पर फसल विक्रय करने में किसान नहीं ले रहे रूचि
-गेंहू खरीदी केन्द्रों पर एक दो किसानों ने तुलाया गेंहू 
शिवपुरी ब्यूरो। गुरुवार सरकारी खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेंहू की फसल का उपार्जन शुरू हो गया है। पहले दिन यह महज औपचारिकता ही रही और गिने-चुने किसान ही अपनी फसल लेकर केंद्रों पर पहुंचे। वहीं कई केंद्रों पर गुरुवार को उपार्जन शुरू भी नहीं हो पाया। वहीं अधिकांश केंद्रों पर तौल कांटे की पूजा कर उपार्जन शुरू कर दिया, लेकिन किसान ही नहीं पहुंचे। जबकि किसानों को पहले ही फसल बेचने के लिए केंद्र के संबंध में एसएमएस के जरिए सूचना दे दी गई थी। इस बार 51010 किसानों ने गेंहू उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है। गेंहू का रकबा 101022 हेक्टेयर रहा है। लालगढ़ सोसाइटी पर दोपहर 3 बजे तक सिर्फ एक किसान माखन सिंह रावत निवासी टोंगरा ही अपनी फसल लेकर पहुंचा। यहां पर माला पहनाकर उसका स्वागत किया गया। 
सोसाइटी प्रबंधकों की मानें तो इस बार उपार्जन कम ही होगा। लालगढ़ सोसाइटी पर करीब 40 हजार कट्टे गेंहू खरीदी गया था। इस बार सोसाइटी को सिर्फ 25 हजार कट्टों की खरीदी की ही उम्मीद है। उनका कहना है कि इस बार किसान कम आ रहा है। किसान को बाजार में फसल की अच्छी कीमत मिल रही है। दूसरी ओर सरकारी खरीदी केंद्र पर फसल बेचने के बाद 15 दिन से 2 महीने में रुपये मिलते हैं। पहले यहां पर फसल की एंट्री होती है। इसके बाद डाटा भोपाल भेज जाता है। भोपाल में अधिकारी उसका मिलान करते हैं। इसके बाद किसान के खाते में राशि आती है। इसलिए किसान सीधे व्यापारी को अपनी फसल बेचने को प्राथमिकता देता है। 
वॉक्स:-
चना की 69 क्विंटल हुई खरीद, मसूर और सरसों लेकर नहीं पहुंचे किसान
चना, मसूर और सरसों का एक हफ्ते पहले से उपार्जन किया जा रहा है। बहुत कम संख्या में किसान चना, मसूर और सरसों की फसल लेकर पहुंच रहे हैं। अच्छे दाम मिलने की वजह से किसान सीधे व्यापारियों को अपनी फसल बेच रहे हैं। गुरुवार को किसी भी केंद्र पर किसान मसूर और सरसों लेकर नहीं पहुंचा। चना की भी सिर्फ 69 क्विंटल की खरीदी हुई।
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