धीमी रफ्तार से चल रहा हैं टीकाकरण, सितंबर तक कोरोना प्रूफ हो पाएंगे 45 से अधिक उम्र के नागरिक
- 4.15 लाख लोग हैं 45 वर्ष से अधिक उम्र के, अभी सिर्फ 10 फीसद को लगा कोरोना टीका
शिवपुरी ब्यूरो। कोरोना महामारी की दूसरी लहर चालू हो चुकी है और एक बार फिर संक्रमितों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है। कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण भी शुरू हो चुका है। हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वॉरियर्स के बाद अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। जिले में मार्च तक कुल 48562 लोगों को पहला डोज और 10915 लोगों को कोरोना का दूसरा डोज लगाया जा चुका है। इसमें 45 वर्ष से अधिक उम्र के सामान्य व्यक्तियों की संख्या 32027 है। एक महीने में कोरोना टीकाकरण का करीब 8 फीसद लक्ष्य ही हासिल किया जा सका है जबकि वर्तमान में 66 केंद्रों पर टीकाकरण जारी है। इस गति से टीकाकरण चलता है तो 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही कोरोना टीका लगाने में 5 महीने का समय लग जाएगा क्योंकि अब पहला डोज लगने के 42 दिन बाद दूसरा डोज लगाया जा रहा है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण पर निर्भर रहने पर संशय की िस्थति है क्योंकि जब तक टीकाकरण होगा तब तक कोरोना किस स्थिति में पहुंच चुका होगा यह कहा नहीं जा सकता है। वर्तमान में ही जिले में संक्रमण दर में एकदम से इजाफा हुआ है और पिछले एक हफ्ते से हर दिन औसतन 20 से अधिक संक्रमित निकल रहे हैं।
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कोविड के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाही
कलेक्टर श्री सिंह ने कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही कर उन्हें खुली जेल में कुछ समय तक बैठाए। कलेक्टर श्री सिंह ने 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण कराए जाने हेतु निर्देश दिये। प्रत्येक वार्ड में निरीक्षण कर 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति का टीकाकरण कराए और इनकी जानकारी रजिस्टर में संधारित की जाए। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में शेष रहे कार्यों का जल्द पूर्ण किया जाए। शहरी क्षेत्रों में रविवार को सेनेटाईजर का छिड़काव करने के निर्देश दिए।
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इस तरह समझें आंकड़े
2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 17.26 लाख थी। 2001 से 2011 तक की वृद्धि दर के अनुसार वर्तमान में जिले की कुल आबादी करीब 21.8 लाख है। इसमें 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या करीब 4.15 लाख है। सरकार के आदेश के अनुसार इन सभी 4.15 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगना है। अभी ग्रामीण अंचल में भी टीकाकरण शुरू होने के बाद हर दिन करीब 4500 लोगों को पहला डोज लगाया जा रहा है। अभी तक हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइनर्स के अलावा 45 वर्ष से अधिक उम्र के अतिरिक्त 32 हजार लोगों को पहला डोज लगाया जा चुका है। यदि यही रफ्तार रही और एक भी दिन टीकाकरण नहीं रुका तो भी 4.15 लाख लोगों को कोरोना का पहला और दूसरा डोज लगाने में करीब 5 महीने का समय लगेगा। इसके 15 दिन बाद एंटीबॉडी बनेंगी। इस तरह सितंबर के महीने तक ही आबादी का यह हिस्सा कोरोना प्रूफ हो पाएगा। जबकि इसके बाद भी 17 लाख लोग शेष रह जाएंगे।
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डोज कम तो कभी लोग नहीं आते
हर दिन टीकाकरण भी सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। पिछले हफ्ते ही जिले में वैक्सीन के डोज की शॉर्टेज हो गई थी जिससे 66 के बजाए करीब 25 केंद्रों पर ही टीकाकरण हो पाया था। इसके अलावा हर क्षेत्र में लोग भी टीका लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। कई ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण का प्रतिशत बहुत कम है। फस्र्ट डोज के साथ ही दूसरा डोज का काम भी चल रहा है। हर दिन जिले में करीब 5 हजार डोज की आवश्यकता होती है। कोरोना वैक्सीन के डोज भी टुकड़ों में मिल रहे हैं। कभी 12 हजार तो कभी 18 हजार डोज मिलते हैं। इसके अलावा 5 प्रतिशत डोज वेस्टेज में भी चले जाते हैं।
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बढ़ा दो हफ्ते का अंतराल
जिले में सबसे ज्यादा डोज कोविशील्ड के लगाए जा रहे हैं। पहले और दूसरे डोज में अंतर 4 हफ्तों का था जिसे नए शोध के बाद बढ़ाकर 6 से 8 हफ्ते का कर दिया गया है। यानी अब दूसरा डोज 28 दिन बाद के बजाए 42 दिन बाद लग रहा है। इसके 15 दिन बाद शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू होती हैं जिससे एक व्यक्ति को टीकाकरण कराने के बाद कोरोना प्रूफ होने में 2 महीने का समय लगता है। इस बीच में यदि वह सावधानी नहीं बरतता है तो उसके भी संक्रमित होने की आशंका सामान्य व्यक्ति जितनी ही होती है।
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