सेवानिवृत्त लिपिक ने डीएफओ पर छिड़का पेट्रोल
-मामला तीन साल में सेवानिवृत्त लिपिक का नहीं हो सका डीए व पीपीओ जारी
-पुलिस ने दर्ज किया सेवा निवृत्त कर्मचारी के खिलाफ प्रकरण
शिवपुरी ब्यूरो। डीएफओ कार्यालय में आज दोपहर 2 बजे विभागीय अधिकारियों से परेशान होकर उनके ही विभाग के एक रिटायर लिपिक ने डीएफओ पर पेट्रोल छिड़क दिया जब वह लंच के लिए जा रहे थे तभी कार में बैठने को हुए तो वहां सेवानिवृत्त कर्मचारी कैलाश नारायण भार्गव वहां आ गए और उन्होंने पेंशन प्रकरण के बारे में डीएफओ लवित भारती से कहा तो उन्होंने पूरी घटना को अनसुना सा करते हुए कार में सवार होकर घर की ओ जा रहे थे तभी परेशान कैलाश नारायण ने पेट्रोल छिड़कते हुए कहा कि आज वह उनकी जान ले लेगा और ये कहते हुए खुद पर भी पेट्रोल छिड़क लिया। फिर लाईट से आग लगाने की कोशिश की। गनीमत यह रही कि मौके पर कार चालक व अन्य कर्मचारियों ने बीचबचाव उसे पकड़कर पुलिस को सूचित किया। मौके पर एसडीओपी सुधीर कुशवाह, टीआई बादाम यादव, संतोष दुबे मौके पर पहुंचे। जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार रिटायरमेंट के बाद उक्त कर्मचारी कैलाश भार्गव 31 अगस्त 2017 को सेवा निवृत्त हो चुके हैं। उनका ग्रेजुएटी रााि 16 माह 15 दिवस की, समर्पित अवकाश की राशि 8 माह की, सातवे वेतनमान का ऐरियर जनवरी 2016 तक से, समय-समय पर शासन द्वारा दिया गया डी.ए., पी.पी.ओ जारी करें जिससे बैंक के द्वारा पेंशन का भुगतान हो सके। इनकी मांग कर रहे थे, लेकिन जब इस संबंध में डीएफओ लवित भारती से चर्चा की तो उनका कहना था कि जबकि नियमानुसार उसे यह राशि दी नहीं जा सकती। उक्त घटना में डीएफओ की रिपोर्ट पर से सेवानिवृत्त कर्मचारी के द्वारा जिन कपड़ों पर पेट्रोल छिड़का हैं उनको एफएसएल टीम द्वारा जप्त कर लिया गया वहीं कैलाश नारायण के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज करा दिया गया हैं।
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तीन साल से परेशान था वन कर्मचारी
सेवानिवृत्त हुए कैलाश नारायण भार्गव ने 7 दिसम्बर 2020 को डीएफओ को दिए पत्र में पूर्व में ही सूचित कर दिया था कि मुझे सेवानिवृत्त हुए उस माह तक मैं ग्रेड पे 3200 ले रहा था परन्तु आप तीन साल से कह रहे हैं शीघ्र भुगतान एवं पी.पी.ओ जारी कर रहा हूं परन्तु आप फिर भी मेरा उपरोक्त भुगतान नहीं करा रहे हैंं। परेशान व मजबूरी में उक्त कदम उठा रहा हूं। जिसके पूर्ण उत्तरदायी लवित भारती रहेंगी।
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पहले रिटायर फिर बड़ा वेतन: सीसीएफ
सीसीएफ द्वारा बताया गया कि कर्मचारी जिस महीने में रिटायर हुआ उसके चार दिन बाद ही वेतनमान शासन द्वारा बढ़ाया गया। पेंशन भी इसीलिए बड़ी जिसका लाभ कैलाश के बाद रिटायर साथी ले रहे हैं। लेकिन कैलाश तकनीकी रूप से पात्र नहीं है ऐसा वन अधिकारी कह रहे हैं। जबकि कैलाश लंबे समय से इसी जिद पर अड़ा है कि उसे भी अन्य साथियो की तरह बड़ी हुई राशि का भुगतान किया जाए। इसी विषय को लेकर वह पहले भी आत्मदाह और किसी की जान लेने की बात कहता रहा है। उसने 26 जनवरी को आत्मदाह करने की बात भी कही थी। जबकि आज भी डीएफओ की जान लेने और खुद भी जान देने की बात उसने सरेआम कह रहा था। उसका कहना है कि भले ही उसे गिरफ्तार कर लो जब भी छूटकर आएगा जान दे देगा।
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तीन साल में पीपीओ प्रकरण भी जारी नहीं कर सके डीएफओ: पत्नि सरोज भार्गव
सेवानिवृत्त कैलाश नारायण की पत्नि सरोज भार्गव का कहना था कि मेरी पति को आज तक पेंशन प्रकरण भी विभाग द्वारा स्वीकृत नहीं किया गया। जिसकी शिकायतें विभागीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्राचार कर चुके हैं, सीएम हेल्पलाईन जिसकी शिकायत न 6688776 पर दर्ज हैं। वहीं 23 जुलाई को कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को भी आवेदन दिया था उस समय मंत्री महोदय ने भी डीएफओ को तत्काल प्रकरण निराकरण करने की बात कहीं थी लेकिन जब आज तक डीएफओ ने कोई कार्यवाही नहीं की गई। जबकि मंत्री महोदय को कोर्ट की बात कहकर गुमराह कर दिया गया जबकि हमारा प्रकरण कोर्ट 17 में ही निराकरण हो चुका हैं फिर भी आज तक डीएफओ द्वारा पीपीओ तक जारी नहीं किया।
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