हरीजन महिला सरपंच स्वयं के पुत्रों को नहीं दिला पा रही रोजगार
-मामला ग्राम पंचायत बरखेड़ा खुर्द का
बदरवास नि.प्र.। जिले की बदरवास जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बरखेड़ा खुर्द में सरपंच स्वयं ही अपने पुत्रों के लिए रोजगार के लिए भटक रही हैं। इससे बड़ा और क्या उदाहरण होगा। सरपंच श्रीमती तिजिया बाई जाटव ने बीते रोज जनपद पंचायत कार्यालय में पहुंचकर सीईओ से कहा कि केसीपुर वाले माखन ने धमका कर मेरी सिम लेली हैं और वह मुझे मेरी सिम नहीं देता हैं। इतना ही नहीं सीईओ दिनेश शाक्य से कहा कि मेरी सिम मुझे दिलवा दो, वह मुझे सरपंची ही नहीं करने देता हैं। उसने मेरी सिम ले कर पंचायत के सारे कार्य वहीं कर रहा हैं, इतना ही नहीं मैं स्वयं सरपंच हूं लेकिन आज मेरे पुत्रों भी मजदूरी के लिए मौताज हैं, उक्त गुहार जनपद सीईओ बदरवास के सरपंच ने लगाई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि पंचायतों में नागरिकों को कैसे रोजगार मिल रहा होगा। इतना ही नहीं दबंग लोगा गरीब, हरिजन महिला सरपंचों को कर्जदार बनाने में जुटे हैं। इतना ही नहीं उनके साथ अधीनस्थ अधिकारी भी इन दबंग लोगों का सहयोग कर रहे हैं। जबकि इन शासकीय अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए की पंचायत में विकास कार्य हो रहा हैं या नहीं, लेकिन यह अधिकारी भ्रष्टाचारी में लिप्त होने के कारण उन्हें तो सिर्फ और सिर्फ कमीशन की राशि से मतलब रहता हैं, भले ही सरपंच क्यों न कर्जदार बन जाए।
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हाईवे पर पंचर जोडऩे वाले के नाम निकले लाखों रूपए
सचिव के द्वारा एक हाईवे पर पंचर जोडऩे वाले के नाम पर लगातार पैसे निकालने का क्रम जारी हैं। उदारण के लिए बताना होगा कि पंच परमेश्वर योजना के माध्यम से मोहम्मद हैदर अली जो की हाईवे पर पंचर की दुकान करता हैं जिसके नाम पर लगातार तीन वर्ष 2016,17,18 और 2019 में 90 हजार रूपए की राशि कारीगर के नाम पर निकाली गई हैं। वहीं लगातार तीन वर्ष से फर्जी मस्टररोल मनरेगा की मजदूरी के भरे जा रहे हैं और राशि निकाली जा रही हैं। इस बात से सिद्ध होता हैं कि इन मस्टररोलों को जनपद पंचायत के सब इंजीनियर कैसे पास कर देते हैं। जहां मजदूर ने मदूरी की ही नहीं हैं तो फिर फर्जी तरीके से इंजीनियर कैसे भुगतान कर देते हैं यह समझ से परे हैं। अब देखना यह हैं कि जनपद पंचायत के सीईओ इस पंचायत सचिव के खिलाफ फर्जी भुगतान निकालने के मामले में दोषी करार देते हैं या फिर उसे माफ करके छोड़ देंगे।
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प्रधानमंत्री सड़क पर ही बन गई पंचायत की सीसी सड़क
ग्राम पंचायत बरखेड़ा खुर्द में पंचायत सचिव एवं दबंग नेता द्वारा किस कदर घोटाला किया जा रहा हैं। जिसका प्रमाण यह हैं कि वर्ष 2017 में दो लाख 32 हजार रूपए की राशि स्वीकृत कराई थी। जिसमें 1 लाख 89 हजार 119 रूपए की राशि सीसी सड़क के लिए स्वीकृत करा कर निकाल ली। जो बादल सिंह के मकान से पूर्व सरपंच के घर तक 75 मीटर का सीसी सड़क स्वीकृत कराकर बनाना बताया गया हैं। जबकि पूर्व में ही यह सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के माध्यम से बनी हुई हैं। उसी सड़क के ऊपर लीपा पोती करके राशि आहरण कर ली। जिसकी जानकारी स्थानीय सरपंच तिजिया बाई को भी पता तक नहीं हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि पंचायत में किस तरह विकास कार्य किए जा रहे हैं।
इनका कहना हैं।
पंचायत के नाम जारी सीम व आईडी निर्वाचित सरपंच महोदय को जनपद पंचायत द्वारा उपब्ध कराई गई थी। यदि उसका कोई दूसरा उपयोग कर रहा हैं तो मैं उसकी पंचायत इस्पेक्टर से जांच कराकर दोषी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करूंगा
दिनेश शाक्य
जनपद सीईओ बदरवास
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