जिले में पात्र हितग्राही परेशान अधिकारी मालामाल
- प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आदेशों पर नहीं हो रहा अमल
-सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक नहीं सुन रहे मजदूरों की
करैरा नि.प्र.। जिला पंचायत अधिकारी की निष्क्रियता एवं उपयंत्रीयों की मिलीभगत से शिवपुरी जिले में सरपंच, सचिवों एवं रोजगार सहायक ने स्वच्छ भारत अभियान , मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना , मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना ,राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, वृद्धा पेंशन योजना, विधवा पेंशन योजना, संबल योजना, मैं पात्र हितग्राहियों की जगह जिले में हजारों अपात्र लोगों को योजनाओं का लाभ भ्रष्टाचार की दम पर दे डाला है। पात्र हित ग्राही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जिलाधीश, एसडीएम ,जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सरपंच सचिव एवं जिला पंचायत अधिकारी के चक्कर लगा लगाकर भारत सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
दूसरी ओर कॉविड 19 कोरोना महामारी काल में ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गरीब प्रवासी मजदूर आदि जरूरतमंद लोगों के लिए आर्थिक सहायता राशि का पैकिंग भेजा था। प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्र में सरपंच सचिव एवं अधिकारियों ने मिलकर के कोरोना वायरस की राशि भी डकार ली। वर्तमान समय में शिवपुरी जिले की सभी जनपद पंचायतों में मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने गरीब श्रमिक मजदूरों के लिए दो वक्त की रोटी भोजन प्राप्त हो इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्र में गारंटी योजना के तहत काम प्रारंभ किए हैं । जो सरपंच सचिव द्वारा मजदूरों से कराया जाना है । लेकिन सचिव सरपंच एवं उपयंत्रीयों की मिलीभगत से गरीब श्रमिकों के लिए काम रोजगार उपलब्ध ना करा कर मशीनों से काम कराया जा रहा है। शिवपुरी जिले में लगभग 614 ग्राम पंचायत हैं जिनमें से करीब 2 सैकड़ा ग्राम पंचायतों मैं मशीनों से कार्य कराया जा रहा है दिन प्रतिदिन मजदूर वर्ग तथा ग्राम पंचायतों के जागरूक बुद्धिमान नागरिक शिकायतें जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक भी कर रहे हैं । लेकिन भ्रष्टाचार के सामने कोई भी अधिकारी धरातल पर जांच करने को तैयार नहीं हैं। उदाहरण के तौर पर जनपद पंचायत नरवर की ग्राम पंचायत देहरेठा अब्बल कडोरा इमिलिया,समूहां, दावर भाट, नैनागिर, करैरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत उकायला अमोल राजगढ़ शीला नगर, सिलारपुर, बड़ौरा, लालपुर, थनरा, छितीरपुर, नया अमोला आदि 4 दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में मजदूरों से कार्य ना करा कर मशीनों से कार्य कराया जा रहा है। ग्राम पंचायत सिरसोद के नया अमोला क्षेत्र में मजदूर भुखमरी के कगार पर आकर अनैतिक कार्यों में भी संलग्न हो चुके हैं यहां पर गरीब मजदूर अपनी इज्जत को भी बेच रहा है। इसका कारण पुराना अमोला सिंध नदी पर बांध बन जाने के कारण ग्रामवासी बेरोजगार हो गए है । सरकारों ने भी यहां के किसान गरीब मजदूरों के लिए रोजगार की कोई उत्तम व्यवस्था नहीं की । इसी प्रकार पोहरी जनपद पंचायत की लगभग दो दर्जन ग्राम पंचायतों में मशीनों से कार्य लगातार किया जा रहा है । शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों की कुंभकरण की नींद नहीं खुल रही है बिचारे मजदूर पलायन करने को विवश हो रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एवं मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन समाचार की सत्यता के लिए चाहे तो सीआईडी द्वारा तथा ईओडब्ल्यू द्वारा शिवपुरी जिले की जनपद पंचायत नरवर करैरा पिछोर, खनियाधाना, बदरवास एवं कोलारस आदि जनपद पंचायतों में किए जा रहे निर्माण कार्यों की जानकारी प्राप्त करें तथा भौतिक सत्यापन निर्माण कार्यों का किया जाए।
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