पानी पर सबसे बड़ा भ्रष्टाचार: 60 करोड़ की जगह 75 करोड़ खर्च फिर भी घरों में पानी कब आएगा पता नही
थर्ड पोस्ट संवाददाता,शिवपुरी। मड़ीखेड़ा सिंध जलआवर्धन परियोजना पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। वर्ष 2010 में
शुरु हुई इस परियोजना का काम वर्ष 2019 में भी पूरा नहीं हो सका है। स्थिति ये है कि मड़ीखेड़ा सिंध से शिवपुरी शहर तक करीब 29 किमी पाइपलाइन बिड़ा कर शहर तक पानी लाना था। लेकिन इस काम में दो कंपनियों को बदल देने के बाद भी ये काम कब पूरा होगा इसका जवाब अब क्रियान्वनय एंजेंसी नपा के पास भी नहीं है। हम आपको बता दें कि इस परियोजना को 60 करेाड़ रुपए में पूरा होना था, लेकिन अब इसकर प्रोजेक्ट कॉस्ट बढ़ कर 80 करोड़ रुपए से भी ज्यादा पहुंच चुकी हे। वर्तमान में ही इस पर करीब 75 करेाड़ रुपयों का भुगतान लेकर कंपनियां भाग चुकी हैं।
दोशियान कंपनी ही खा गई 53 करेाड़: इस परियोजना में सबसे पहले जिस दोशियान कंपनी को का सौंपा गया था उसे 60 करोड़ में पूरा प्रोजेक्ट करना थ। लेकिन बीते 10 सालों में इस कंपनी ने 53 करेाड़ रुपए लेकर काम अधूरा छोड़ दिया और भाग गई। इस प्रोजेक्ट में कंपनी को कुल राशि 6 करेाड़ रुपए अपनी जेब से खर्च करनी थी, वहीं इसके बराबर की राशि नपा को मिलानी थी। एवं पीपीपी के तहत बांकि 48 करेाड़ रुपए शासन को देने थे। लेकिन अब ये सारा पैसा खुर्द-बुर्द हो चुका है और दोशियान के बाद अब लोकल टीकमगढ़ की कंपनी को 13 करेाड़ में इस काम को पूरा करने का जिम्मा सौंपा है।
ओम ने भी खड़े किए हाथ: ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर महेशमिश्रा का कहना है कि नपा के द्वारा उनका बकाया भगतना नहीं किया जा रहा है। उन्हें अभी ढाई करोड़ रुपए नपा से लेने हैं।
अब शहर में ड्रिसट्रीब्यूशन के लिए अमृत योजना का पैसा खुर्द-बुर्द। जो पैसा शहर में पार्क,फुटपॉथ ड्रेनेज और शहर के सौंदर्यीकरण पर खर्च करना था उस पैसे को अब नपा के द्वारा शहर में पेयजल के पाइन लाइन बिछाने के लिए खर्च कर रही है। उसमें भी काम कब खत्म होगा इसका कोई पता सिरा नहीं है। इस कंपनी के द्वारा भी अब तक शहर की घनी बस्तियो में पाइप लाइ न बिछा क शहर के आउट में नई कॉलोनियों में पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। जबकि शहर की सघन आबादी पानी के लिए तरस रही हे।
,सिंधिया,यशोधरा सभी नपा के आगे हारे: शहर में पानी लाने को लेकर पूर्व सांसद औा वर्तमान विधायक यशोधरा राजे ने कमर तोड़ मेहनत की, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। अब सथिति ये है कि पानी शहर के मुहाने पर तो आ गया है लेकिन घरों में कब और कैसे पहुंचेगा ये बताने वाला कोई नहीं हे।
दो सालों में भी नहीं मिलेगा पानी:
हमारे महाराज ने इस परियोजना को लेकर बहुत मेहनत की है। लेकिन अब मुझे नहीं लगता कि 2 सालोें में भी लोगों के घरों में पानी पहुंच जाएगा। ये पूरी परियोजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है।
ऐसे समझे पानी के भ्रष्टाचार को।
पानी के लिए कुल बजट था। 60 करेाड़:
अब 80 करेाड़ से ज्यादा हुआ बजट
दोशियान 53 करेाड़ लेकर भागी।
नई कंपनी को भी 8 करेाड़ का भुगतान
अब तक शहर के 80 प्रतिशत घरों में नहीं पहुंचा पानी
अमृत योजना के तहत काम कर रहे ठेकेदार ने घनी बस्तियों के बजाए आउट में बिछाई लाइन।
पुरानी शिवपुरी में और छत्री रोड के किनारे बसे वार्डों में काम तक शुरु नहीं हुआ।
अनिल शर्मा: उपाध्यक्ष नपा
पैसा नही दे रही नपा: नपा के पास पैसा ही नहीं है। हमें भुगतान करे तो ही तो हम काम शुरु करें।
महेश मिश्रा:पीएम ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी
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