पूर्व मंत्री भैया साहब लोधी कांग्रेस में हुए शामिल, बताई अपनी घर वापसी
-सांसद सिंधिया ने किया भैया साहब और उनके सुपुत्र पूर्व जिपं सदस्य दिनेश लोधी का किया स्वागत
शिवपुरी ब्यूरो। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री भैया साहब लोधी ने आज सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बॉम्बे कोठी पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ भाजपा से कांग्रेस में उनके सुपुत्र दिनेश लोधी भी शामिल हुए। दिनेश जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हैं। सांसद सिंधिया ने दोनों पिता पुत्र को माला पहनाई और गले में कांग्रेस का पट्टा डालकर उनका स्वागत किया। पूर्व मंत्री भैया साहब ने कांग्रेस में शामिल होने को अपनी घर वापसी बताई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से घर आने पर खुशी का अनुभव होता है ठीक यहीं खुशी मैं कांग्रेस में शामिल होने पर महसूस कर रहा हूं।
भैया साहब लोधी शिवपुरी जिले के पिछोर विधानसभा क्षेत्र से 1980 और 1985 के चुनाव में लगातार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विजयी हुए। कांग्रेस में वह स्व. माधवराव सिंधिया के काफी निकटस्थ थे और सिंधिया की मेहरबानी से ही उन्हें पिछोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने टिकट दिया। पिछोर विधानसभा क्षेत्र में भैया साहब की लोधी जाति के मतदाताओं का बाहुल्य है। इस विधानसभा क्षेत्र में 60 हजार के लगभग लोधी मतदाता हैं। भैया साहब 1988 से 1990 तक कांग्रेस सरकार में उस समय के मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा की सरकार में मंत्री बने। श्री लोधी ने 1998 में कांग्रेस छोड़ दी और वह भाजपा में शामिल हुए। लेकिन पार्टी बदलने के बाद भी वह सिंधिया परिवार के संपर्क में बने रहे। उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थीं। सूत्र बताते हैं कि श्री लोधी लगभग एक माह पहले प्रदेश कांग्रेस सचिव विजय शर्मा के साथ दिल्ली जाकर सांसद सिंधिया से उनके बंगले पर भी मिल आए थे, लेकिन पार्टी में शामिल होने के लिए वह महत्वपूर्ण अवसर की तलाश में थे ताकि पार्टी में उन्हें पर्याप्त महत्व मिले। परंतु मध्यस्थों ने लगातार भैया साहब पर कांग्रेस में शामिल होने का दबाव बनाया जिसका परिणाम यह हुआ कि आज सुबह 9 बजे भैया साहब अपने सुपुत्र दिनेश और समर्थकों के साथ बॉम्बे कोठी पहुंचे। श्री लोधी ने बॉम्बे कोठी पर लगभग 2 घंटे तक सिंधिया का इंतजार किया तथा 11:30 बजे के लगभग जब सांसद सिंधिया बाहर निकले तब उन्होंने भैया साहब और उनके सुपुत्र को माला पहनाकर उनका कांग्रेस में स्वागत किया। भैया साहब ने इस अवसर पर सांसद सिंधिया के चरण स्पर्श भी किए। इसके बाद सिंधिया ने भैया साहब से अकेले में गुप्तगू भी की। श्री लोधी के कांग्रेस में शामिल होने से लोकसभा चुनाव में पिछोर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को लाभ होने की संभावना है। खास बात यह रही कि श्री लोधी के कांग्रेस में शामिल होने के समय पिछोर के कांग्रेस विधायक केपी सिंह उपस्थित नहीं थे।
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भाजपा मुझे पचा नहीं पा रही थी : भैया साहब
कांग्रेस में शामिल होने के बाद भैया साहब ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं सिंधिया परिवार के साथ पहले भी था, अब भी हूं और हमेशा रहूंगा। मैं कांग्रेस में किसी प्रलोभन के कारण नहीं आया। सिंधिया परिवार ने मुझे काफी कुछ दिया है। स्व. माधवराव सिंधिया ने मुझे दो बार विधायक बनाया और उनकी कृपा से मैं मंत्री बना। मेरे और सिंधिया परिवार के रिश्ते दिल के रिश्ते हैं। श्री लोधी ने कहा कि मैं भाजपा में शामिल अवश्य हो गया और मैंने कोशिश की कि उनके खांचे में मैं फिट हो जाऊं, लेकिन नहीं हो पाया, वह मुझे पचा नहीं पाए। अब कांग्रेस में शामिल होने पर बहुत खुशी का अनुभव हो रहा है और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिक से अधिक मतों से जिताने के लिए काम करूंगा।
इनका कहना है-
भैया साहब लोधी से हमारा पुराना रिश्ता रहा है और उनके कांग्रेस में शामिल होने से बहुत अच्छा लग रहा है।
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया
-सांसद सिंधिया ने किया भैया साहब और उनके सुपुत्र पूर्व जिपं सदस्य दिनेश लोधी का किया स्वागत
शिवपुरी ब्यूरो। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री भैया साहब लोधी ने आज सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बॉम्बे कोठी पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ भाजपा से कांग्रेस में उनके सुपुत्र दिनेश लोधी भी शामिल हुए। दिनेश जिला पंचायत के पूर्व सदस्य हैं। सांसद सिंधिया ने दोनों पिता पुत्र को माला पहनाई और गले में कांग्रेस का पट्टा डालकर उनका स्वागत किया। पूर्व मंत्री भैया साहब ने कांग्रेस में शामिल होने को अपनी घर वापसी बताई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से घर आने पर खुशी का अनुभव होता है ठीक यहीं खुशी मैं कांग्रेस में शामिल होने पर महसूस कर रहा हूं।
भैया साहब लोधी शिवपुरी जिले के पिछोर विधानसभा क्षेत्र से 1980 और 1985 के चुनाव में लगातार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विजयी हुए। कांग्रेस में वह स्व. माधवराव सिंधिया के काफी निकटस्थ थे और सिंधिया की मेहरबानी से ही उन्हें पिछोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने टिकट दिया। पिछोर विधानसभा क्षेत्र में भैया साहब की लोधी जाति के मतदाताओं का बाहुल्य है। इस विधानसभा क्षेत्र में 60 हजार के लगभग लोधी मतदाता हैं। भैया साहब 1988 से 1990 तक कांग्रेस सरकार में उस समय के मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा की सरकार में मंत्री बने। श्री लोधी ने 1998 में कांग्रेस छोड़ दी और वह भाजपा में शामिल हुए। लेकिन पार्टी बदलने के बाद भी वह सिंधिया परिवार के संपर्क में बने रहे। उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थीं। सूत्र बताते हैं कि श्री लोधी लगभग एक माह पहले प्रदेश कांग्रेस सचिव विजय शर्मा के साथ दिल्ली जाकर सांसद सिंधिया से उनके बंगले पर भी मिल आए थे, लेकिन पार्टी में शामिल होने के लिए वह महत्वपूर्ण अवसर की तलाश में थे ताकि पार्टी में उन्हें पर्याप्त महत्व मिले। परंतु मध्यस्थों ने लगातार भैया साहब पर कांग्रेस में शामिल होने का दबाव बनाया जिसका परिणाम यह हुआ कि आज सुबह 9 बजे भैया साहब अपने सुपुत्र दिनेश और समर्थकों के साथ बॉम्बे कोठी पहुंचे। श्री लोधी ने बॉम्बे कोठी पर लगभग 2 घंटे तक सिंधिया का इंतजार किया तथा 11:30 बजे के लगभग जब सांसद सिंधिया बाहर निकले तब उन्होंने भैया साहब और उनके सुपुत्र को माला पहनाकर उनका कांग्रेस में स्वागत किया। भैया साहब ने इस अवसर पर सांसद सिंधिया के चरण स्पर्श भी किए। इसके बाद सिंधिया ने भैया साहब से अकेले में गुप्तगू भी की। श्री लोधी के कांग्रेस में शामिल होने से लोकसभा चुनाव में पिछोर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को लाभ होने की संभावना है। खास बात यह रही कि श्री लोधी के कांग्रेस में शामिल होने के समय पिछोर के कांग्रेस विधायक केपी सिंह उपस्थित नहीं थे।
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भाजपा मुझे पचा नहीं पा रही थी : भैया साहब
कांग्रेस में शामिल होने के बाद भैया साहब ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं सिंधिया परिवार के साथ पहले भी था, अब भी हूं और हमेशा रहूंगा। मैं कांग्रेस में किसी प्रलोभन के कारण नहीं आया। सिंधिया परिवार ने मुझे काफी कुछ दिया है। स्व. माधवराव सिंधिया ने मुझे दो बार विधायक बनाया और उनकी कृपा से मैं मंत्री बना। मेरे और सिंधिया परिवार के रिश्ते दिल के रिश्ते हैं। श्री लोधी ने कहा कि मैं भाजपा में शामिल अवश्य हो गया और मैंने कोशिश की कि उनके खांचे में मैं फिट हो जाऊं, लेकिन नहीं हो पाया, वह मुझे पचा नहीं पाए। अब कांग्रेस में शामिल होने पर बहुत खुशी का अनुभव हो रहा है और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिक से अधिक मतों से जिताने के लिए काम करूंगा।
इनका कहना है-
भैया साहब लोधी से हमारा पुराना रिश्ता रहा है और उनके कांग्रेस में शामिल होने से बहुत अच्छा लग रहा है।
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया
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