-आए दिन अप्रिय घटनाओं को दे रहे हैं अंजाम, प्रशासन
-स्मेक की चपेट में शहर,प्रशासन की संख्त कार्यवाही का इंतजार
शिवपुरी ब्यूरो। भीषण गर्मी के मौसम में शहर के नागरिक चौराहे पर शाम होते ही घूमने पहुंच जाते हैं, लेकिन इन दिनों चौराहे पर नशेड़ी युवकों के साथ पागलों का इतना आतंक है कि शहर के बीचों बीच स्थित माधव चौक चौराहे पर लगने वाले खान-पान के ठेलों के आस पास कहीं तो ये नशेड़ी स्वयं खड़े हो जाते हैं या पागल लोग, नहीं तो अपने बच्चों को उन लोगों के पास पहुंचाते हैं तो गर्मी से राहत लेने के लिए शाम को चौराहे पर शीतल पेय पदार्थ का सेवन कर रहे होते हैं या फिर मिठाई की दुकान के बाहर बिठा देते दुकान पर आने वाले ग्राहकों के कपड़े पकड़कर पैसे मांगते हैं। इससे नागरिकों को काफी परेशानी होती हैं। इतना ही नहीं जब वह व्यक्ति इन लोगों को पैसे नहीं देते हैं तो गालियां के साथ पत्थर तक मारने लगते हैं। इससे लोगों को इन काफि परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। इस ओर न तो पुलिस प्र्रशासन ध्यान दे रहा हैं न ही प्रशासन दिन प्रतिदिन ऐसे लोगों की संख्या माधव चौक चौराहे पर बड़ती जा रही हैं। अभी हाल ही में इसी तरह के एक व्यक्ति 20 रूपए के चक्कर में इसी माधव चौक चौराहे पर एक युवक की हत्या की घटना को भी अंजाम दे दिया। इसके बाद भी प्रशासन नहीं चेता हैं। दुकान संचालक राजू जैन प्रेमस्वीट्स का कहना है कि हम इन लोगों को इसलिए नहीं भगाते हैं कब कहां पत्थर मार दें इनका कोई भरोसा नहीं रहता हैं। जिससे दुकान में नुकसान का अंदेशा बना रहता हैं। करें भी तो क्या इसलिए हम डरे सहमे बैठे रहते हैं।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी शहर में स्मेक जैसे जानलेवा नशे की चपेट में है,दुर्भाग्य का विषय ये है कि छोटे छोटे बच्चे सर्वाधिक इसकी चपेट में है। अभी कुछ दिन पहले पुरानी शिबपुरी के एक पार्षद पति ने इस नशे के कारोबार को सबसे पहले उठाया,व कई लोगो को इसके लिए दोषी भी बताते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की। अभी शिबपुरी नगर के सहायता केंद्र से कुछ दूरी पे हुए कत्ल का सम्बंध भी एक नशेड़ी से ही निकला तब शिबपुरी में इस फल फूल रहे कारोबार को उठाना सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। छोटे-छोटे बच्चों को सुलोचन सूंघते और नशे में डूबते तो हम वर्षो से देख ही रहे है,कई बार इस तरफ ध्यान भी आकृष्ट किया गया परन्तु इसमे गरीब घर के बच्चों को ही डूबा देखकर लोगो ने तबज्जो नही दी,स्मेक का जहर भी अब नसों के रास्ते युवाओं के अंदर पहुच रहा है,टूरिस्ट वेलकम सेंटर पर भी युवाओं को इस नशे का आदि होते पाया गया,धीरे धीरे अब युवाओं को पूर्ण रूप से चपेट में लेने की और शिबपुरी में बढ़ता दिख रहा है,आज अगर कोई ये सोचे कि हम सुरक्षित है तो इस बात की कोई गारंटी नही की कल भी सुरक्षित हो।शिबपुरी के भविष्य की चिंता अब इस लिए जरूरी है क्योंकि एक बड़ा नेटवर्क इससे जुड़ा समझ मे आता है नही तो राघवेंद्र नगर का अंधा कत्ल हो या अभी हाल का सहायता केंद्र के पास का कत्ल के सम्बंध इससे नही जुड़े होते।बच्चों में इस नशे की लत तो डाली जा रही है और इन अंधे कत्लों से उसका सम्बन्ध भी उजागर हो रहा है तो फिर इस दिशा में संख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता क्यों नही महसूस की गई,या जो भी कदम उठाए गए वह कारगर सिद्ध क्यों नही हुए। मुझे आज ही कुछ मित्रो ने बताया कि कई जगह छोटे छोटे बच्चों को इस नशे की लत में डूबा हुआ देखा है परन्तु किस से क्या कहे क्योंकि अभी जब कुछ दिन पहले पुरानी शिबपुरी और वेलकम सेंटर से इसका विरोध दर्ज कराते हुए कठोर कार्यवाही की मांग की गई थी तो कुछ दिन तो कठोरता दिखाई भी गयी थी,परन्तु उसके बाद फिर वही कमजोरी इसको पनपने और गम्भीर रूप ले लेने में मददगार सिद्ध हो रही है।दूसरा परिवार के लोगो का बच्चों की और से ध्यान हटा लेने व्यस्तता की वजह से बच्चे की उचित देखभाल कम ध्यान देना भी इसका मूल कारण है,लेकिन जो भी हो इस विषय को लेकर जनजागृति बेहद जरूरी है नही तो आज किसी और का बच्चा इसकी चपेट में है कल किसी और का होगा और धीरे धीरे ये जहर हर घर तक पहुचने में समय नही लेगा।शिवपुरी के भविष्य को पूर्ण रूप से अपनी चपेट में लेने की दिशा में बेहद तेज गति से चल रही इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन के कठोर रुख की जरूरत है तो वही समाज के लोगो मे भी जाग्रति की जरूरत है। मेरा अनुरोध है जिस किसी के पास जो भी जानकारी इस संबंध में हो वह सीधे पुलिस को दे और एक व्यापक अभियान चलाकर सभी को एकजुट कर इस विकराल समस्या के निदान के लिए खड़े होने की जरूरत पर बल दे दोषीयो के विरुध्द जानकारी को सार्वजनिक कर सामाजिक बहिष्कार को अनिवार्य करे।
0 Comments