मैं जुमले बाज नहीं, विकास पर विश्वास रखता हूं: सिंधिया
-कागज के टुकड़े
पर मेडीकल कॉलेज बनकर तैयार हैं प्रधान जी
शिवपुरी राजकुमार शर्मा/ मुस्कान समाचार डॉट कॉम। ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए राजनीति महत्वपूर्ण नहीं हैं। कोई पद, लालबत्ती महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए आपका प्यार, आपका आशीर्वाद महत्वपूर्ण हैं। 17 साल मैने जो मेहनत की हैं इसे मैं अग्नि परीक्षा के सामने बैठकर कह सकता हूं जो भी काम किया है वह सांसद के रूप में नहीं क्योंकि देश एवं प्रदेश मेरा परिवार हैं। जिस तरह से परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी परिवार का लालन पालन करना होता हैं उसी तरह मैं भी अपने परिवार का मुखिया होने के नाते क्षेत्र के विकास के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा।
सांसद सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मैं मुखौटे बाला व जुमले बाला व्यक्ति नहीं हूं। मेरे पास प्रेम व स्नेह की शक्ति हैं जिसकी दम पर मैं अपने परिवार के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं। कांग्रेस हमेशा महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलती रही है। गांधी जी का मानना था कि सत्य कभी पराजित नहीं होता, सत्य की हमेशा विजय होती हैं। शिवपुरी में सभी का स्वागत होता हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पांच साल पूर्व इसी मैदान में प्रधानसेवक जी आए थे उन्होंने यहां मंच से घोषणा की थी कि आप लोग भाजपा के प्रत्याशी को विजयी बनाए, शहर की जनता को पानी पिलाने मैं आऊंगा। लेकिन पांच वर्ष समय बीत जाने के बाद भी शहर की जनता को पेयजल की समस्या से निजात मिली अथवा नहीं मिली कोई पूछने नहीं आया। आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने हुए महज चार माह का समय व्यतीत हुआ हैं। मैने आपसे 6 माह के अंदर पानी लाने बायदा किया था। मैंने आपको चार माह के अंदर ही शहर की जनता को पानी उपलब्ध करा दिया। दो चार दिनों में ही पेयजल की आपूर्ति नलों की टोटियों से होना प्रारंभ हो जाएगी। मेरे द्वारा केन्द्र सरकार से मेडीकल कॉलेज की स्वीकृति कराई गई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (मामा) ने मंच से कहा था कि कागज के टुकड़े पर मेडीकल कॉलेज का निर्माण नहीं होता। आज मेडीकल कॉलेज आप सभी के सामने हैं। मेरे द्वारा स्वीकृत कराई गई योजनाओं में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा टांग अड़ाई जाती रही, जिसकी बजह से योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी हुई हैं। अपने आपको किसान का बेटा कहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री किसानों का कर्जामाफ नहीं कर पाए। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही महज 10 दिन के अंदर ही किसानों कर्जा माफ कर दिया। इस योजना के तहत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का भी 70 हजार रूपए का कर्जा माफ किया गया। इससे पूर्व सभा को सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की धर्मपत्नि प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, कन्हैयालाल अशोकनगर , विठ्ठल मीणा गुना, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, मुंगावली विधायक बृजेन्द्र सिंह, अशोकनगर के विधायक जशपाल जज्जी, गुना महेन्द्र सिंह सिसौदिया, केपी सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया। मंच का संचालन राकेश आमोल द्वारा किया गया।
वॉक्स:-
गुना-शिवपुरी लोकसभा चुनाव रस्म अदायगी बनकर रह गया: केपी सिंह
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा नामांकन फार्म भरने के उपरांत आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा कि गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र का चुनाव महज रस्मअदायगी बन कर रह गया हें। क्योंकि यहां जीत तो सुनिश्चित है ही, इस समय महारानी का पसीना बहाने का समय नहीं हैं यहां एक-एक कार्यकर्ता महाराज के लिए जान से मेहनत करने के लिए जुट गए हैं। लेकिन अब कार्यकर्ताओं की परीक्षा का समय हैं न कि चेहरा दिखाने का। सिंधिया जी राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं जैसे महाराष्ट्र में एनसीपी के नेता शरद पवार फार्म भरने के बाद अन्य क्षेत्रों में प्रचार प्रसार के लिए चले जाते हैं। लेकिन अपनी सीट की चिंता नहीं करते हैं। उसी तरह से सिंधिया जी उन्होंने आग्रह किया कि वे भी अपने क्षेत्र की चिंता न करें तथा दूसरे क्षेत्रों में जाकर कमान संभालें और राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करें। महाराज की 17 साल की मेहनत और परिश्रम का प्रतिफल हैं जो आज नजर आ रहा हैं उन्होंने एक कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे बैलगाड़ी के नीचे चलने वाला कुत्ता समझता हैं कि बैलगाड़ी मेरी दम से चल रही हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। अब हमें जीत के अंतर को कम करने के लिए प्राणपण से जुट जाना हैं तथा 2002 में मिली जीत के अंतर को और अधिक बढ़ाकर दिखाना हैं तथा जीत का अंतर इतना हो की देश व प्रदेश में एक मिशाल बनकर रहे।
-कागज के टुकड़े
पर मेडीकल कॉलेज बनकर तैयार हैं प्रधान जी
शिवपुरी राजकुमार शर्मा/ मुस्कान समाचार डॉट कॉम। ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए राजनीति महत्वपूर्ण नहीं हैं। कोई पद, लालबत्ती महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए आपका प्यार, आपका आशीर्वाद महत्वपूर्ण हैं। 17 साल मैने जो मेहनत की हैं इसे मैं अग्नि परीक्षा के सामने बैठकर कह सकता हूं जो भी काम किया है वह सांसद के रूप में नहीं क्योंकि देश एवं प्रदेश मेरा परिवार हैं। जिस तरह से परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी परिवार का लालन पालन करना होता हैं उसी तरह मैं भी अपने परिवार का मुखिया होने के नाते क्षेत्र के विकास के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा।
सांसद सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मैं मुखौटे बाला व जुमले बाला व्यक्ति नहीं हूं। मेरे पास प्रेम व स्नेह की शक्ति हैं जिसकी दम पर मैं अपने परिवार के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं। कांग्रेस हमेशा महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलती रही है। गांधी जी का मानना था कि सत्य कभी पराजित नहीं होता, सत्य की हमेशा विजय होती हैं। शिवपुरी में सभी का स्वागत होता हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पांच साल पूर्व इसी मैदान में प्रधानसेवक जी आए थे उन्होंने यहां मंच से घोषणा की थी कि आप लोग भाजपा के प्रत्याशी को विजयी बनाए, शहर की जनता को पानी पिलाने मैं आऊंगा। लेकिन पांच वर्ष समय बीत जाने के बाद भी शहर की जनता को पेयजल की समस्या से निजात मिली अथवा नहीं मिली कोई पूछने नहीं आया। आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने हुए महज चार माह का समय व्यतीत हुआ हैं। मैने आपसे 6 माह के अंदर पानी लाने बायदा किया था। मैंने आपको चार माह के अंदर ही शहर की जनता को पानी उपलब्ध करा दिया। दो चार दिनों में ही पेयजल की आपूर्ति नलों की टोटियों से होना प्रारंभ हो जाएगी। मेरे द्वारा केन्द्र सरकार से मेडीकल कॉलेज की स्वीकृति कराई गई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (मामा) ने मंच से कहा था कि कागज के टुकड़े पर मेडीकल कॉलेज का निर्माण नहीं होता। आज मेडीकल कॉलेज आप सभी के सामने हैं। मेरे द्वारा स्वीकृत कराई गई योजनाओं में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा टांग अड़ाई जाती रही, जिसकी बजह से योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी हुई हैं। अपने आपको किसान का बेटा कहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री किसानों का कर्जामाफ नहीं कर पाए। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही महज 10 दिन के अंदर ही किसानों कर्जा माफ कर दिया। इस योजना के तहत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का भी 70 हजार रूपए का कर्जा माफ किया गया। इससे पूर्व सभा को सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की धर्मपत्नि प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, कन्हैयालाल अशोकनगर , विठ्ठल मीणा गुना, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, मुंगावली विधायक बृजेन्द्र सिंह, अशोकनगर के विधायक जशपाल जज्जी, गुना महेन्द्र सिंह सिसौदिया, केपी सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया। मंच का संचालन राकेश आमोल द्वारा किया गया।
वॉक्स:-
गुना-शिवपुरी लोकसभा चुनाव रस्म अदायगी बनकर रह गया: केपी सिंह
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा नामांकन फार्म भरने के उपरांत आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा कि गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र का चुनाव महज रस्मअदायगी बन कर रह गया हें। क्योंकि यहां जीत तो सुनिश्चित है ही, इस समय महारानी का पसीना बहाने का समय नहीं हैं यहां एक-एक कार्यकर्ता महाराज के लिए जान से मेहनत करने के लिए जुट गए हैं। लेकिन अब कार्यकर्ताओं की परीक्षा का समय हैं न कि चेहरा दिखाने का। सिंधिया जी राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं जैसे महाराष्ट्र में एनसीपी के नेता शरद पवार फार्म भरने के बाद अन्य क्षेत्रों में प्रचार प्रसार के लिए चले जाते हैं। लेकिन अपनी सीट की चिंता नहीं करते हैं। उसी तरह से सिंधिया जी उन्होंने आग्रह किया कि वे भी अपने क्षेत्र की चिंता न करें तथा दूसरे क्षेत्रों में जाकर कमान संभालें और राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करें। महाराज की 17 साल की मेहनत और परिश्रम का प्रतिफल हैं जो आज नजर आ रहा हैं उन्होंने एक कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे बैलगाड़ी के नीचे चलने वाला कुत्ता समझता हैं कि बैलगाड़ी मेरी दम से चल रही हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। अब हमें जीत के अंतर को कम करने के लिए प्राणपण से जुट जाना हैं तथा 2002 में मिली जीत के अंतर को और अधिक बढ़ाकर दिखाना हैं तथा जीत का अंतर इतना हो की देश व प्रदेश में एक मिशाल बनकर रहे।
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