समाज की रक्षा करने के लिए धार्मिक ग्रंथों का एक महत्वपूर्ण योगदान:नरेन्द्र जैन
-पाठक सम्मेलन में हुआ डाक कर्मियों का सम्मान
शिवपुरी ब्यूरो। राष्ट्रीय चेतना प्रसारण न्यास एवं प्रचार विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पाठक सम्मेलन व डाक कर्मियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख नरेन्द्र जैन तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघ चालक देवेन्द्र कुशवाह कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि शिवशंकर प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य, विभाग प्रचारक ब्रजकांत जी रहे। कार्यक्रम में नरेन्द्र जैन द्वारा पाठक और डाक कर्मियों के द्वारा समाजहित में धार्मिक ग्रंथों से समाज में संस्कार व प्रभाव के कारण समाज में एक आईना के कड़ी के रूप में दर्शाता हैं, भारत आदि काल से सनातन पद्धति को लेकर राष्ट्र साहित्य के द्वारा एक समाज में व्यापक रूप से अपनी पहचान बनाई हैं तथा अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए देश की रक्षा करने के लिए और समाज की रक्षा करने के लिए धार्मिक ग्रंथों का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। इन्हीं ग्रंथों के पाठ्न्य से आज हम भारत में एक सही दिशा और संस्कृति की पहचान बनाए हुए हैं। जिसमें से पांचज्जन्य भी एक महत्वपूर्ण पत्रिका हैं। इस पत्रिका का निर्माण 1948 में परमश्रद्धेय स्व. अटल बिहारी बाजपेयी भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा इस पत्रिका का विमोचन किया गया। इस पत्रिका का विशेषां अंक आज चेतना प्रसारण न्यास कार्यालय पर अतिथियों द्वारा निकाला गया।
मुख्य वक्ता के रूप में शिवशंकर प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य द्वारा विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि समाज में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका सत्संग और प्रेरणा भाव से ही हम सबके बीच में आती हैं जिस प्रकार से कालीदास जी ने ज्ञान प्राप्त होने पर उन्होंने विभिन्न ग्रंथों की रचना कर समाज में एक अपनी अलग पहचान बनाते हुए अलख जगाई। साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे समाचर पत्र हो या पत्रिकायों के माध्यम से लोगों तक विचार पहुंचाने का जो कार्य किया जा रहा हैं वह गलत संदेश प्रेषित नहंी किया जाए क्योंकि सनसनी बनाने के लिए समाज सकारात्मक संदेश प्रेषित करें जिससे लोगों सद्भाव और देश प्रेम की अलख जग सके। कार्यक्रम भारत माता के दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में डाक कर्मियों का शॉल श्रीफल द्वारा सम्मान किया गया। जिसमें डाक कर्मियों सम्मान किया गया जिनमें सुनील शर्मा, मृगेन्द्र सक्सैना, रामेश्वर दयाल शर्मा, विष्णु कुमार सोनी, पीडी सैन, अतुल शर्मा, सुनील भार्गव, दिलीप कुमार जी, कुंजबिहारी शर्मा, शंभू जी पाठक, अश्वनीय पटेरिया, विजय शर्मा शामिल थे तथा पांचज्जन्य पत्रिका के बारे में अनुभव कथन भी लिया गया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि यह पत्रिका बहुत ही स्मृरणीय हैं जिससे हमको समाज में पढऩे से एक नई दिशा और पहचान मिलती हैं। कार्यक्रम में विभाग प्रचार प्रमुख उमेश जी भारद्वाज, संतोष जी पाण्डेय, कपिल दुबे, अजय राजपूत, अतुल शर्मा, संजय गौतम, राजेश अग्रवाल, राहुल, नरेन्द्र शर्मा, रमेश जी गुप्ता, महेन्द्र श्रीवास्तव, संतोष गर्ग, धर्मेन्द्र सिंह सहित आदि गणमान्य लोग शामिल थे। कार्यक्रम का आभार संतोष पाण्डेय द्वारा किया गया।
-पाठक सम्मेलन में हुआ डाक कर्मियों का सम्मान
शिवपुरी ब्यूरो। राष्ट्रीय चेतना प्रसारण न्यास एवं प्रचार विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पाठक सम्मेलन व डाक कर्मियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख नरेन्द्र जैन तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघ चालक देवेन्द्र कुशवाह कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि शिवशंकर प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य, विभाग प्रचारक ब्रजकांत जी रहे। कार्यक्रम में नरेन्द्र जैन द्वारा पाठक और डाक कर्मियों के द्वारा समाजहित में धार्मिक ग्रंथों से समाज में संस्कार व प्रभाव के कारण समाज में एक आईना के कड़ी के रूप में दर्शाता हैं, भारत आदि काल से सनातन पद्धति को लेकर राष्ट्र साहित्य के द्वारा एक समाज में व्यापक रूप से अपनी पहचान बनाई हैं तथा अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए देश की रक्षा करने के लिए और समाज की रक्षा करने के लिए धार्मिक ग्रंथों का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। इन्हीं ग्रंथों के पाठ्न्य से आज हम भारत में एक सही दिशा और संस्कृति की पहचान बनाए हुए हैं। जिसमें से पांचज्जन्य भी एक महत्वपूर्ण पत्रिका हैं। इस पत्रिका का निर्माण 1948 में परमश्रद्धेय स्व. अटल बिहारी बाजपेयी भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा इस पत्रिका का विमोचन किया गया। इस पत्रिका का विशेषां अंक आज चेतना प्रसारण न्यास कार्यालय पर अतिथियों द्वारा निकाला गया।
मुख्य वक्ता के रूप में शिवशंकर प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य द्वारा विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि समाज में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका सत्संग और प्रेरणा भाव से ही हम सबके बीच में आती हैं जिस प्रकार से कालीदास जी ने ज्ञान प्राप्त होने पर उन्होंने विभिन्न ग्रंथों की रचना कर समाज में एक अपनी अलग पहचान बनाते हुए अलख जगाई। साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे समाचर पत्र हो या पत्रिकायों के माध्यम से लोगों तक विचार पहुंचाने का जो कार्य किया जा रहा हैं वह गलत संदेश प्रेषित नहंी किया जाए क्योंकि सनसनी बनाने के लिए समाज सकारात्मक संदेश प्रेषित करें जिससे लोगों सद्भाव और देश प्रेम की अलख जग सके। कार्यक्रम भारत माता के दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में डाक कर्मियों का शॉल श्रीफल द्वारा सम्मान किया गया। जिसमें डाक कर्मियों सम्मान किया गया जिनमें सुनील शर्मा, मृगेन्द्र सक्सैना, रामेश्वर दयाल शर्मा, विष्णु कुमार सोनी, पीडी सैन, अतुल शर्मा, सुनील भार्गव, दिलीप कुमार जी, कुंजबिहारी शर्मा, शंभू जी पाठक, अश्वनीय पटेरिया, विजय शर्मा शामिल थे तथा पांचज्जन्य पत्रिका के बारे में अनुभव कथन भी लिया गया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि यह पत्रिका बहुत ही स्मृरणीय हैं जिससे हमको समाज में पढऩे से एक नई दिशा और पहचान मिलती हैं। कार्यक्रम में विभाग प्रचार प्रमुख उमेश जी भारद्वाज, संतोष जी पाण्डेय, कपिल दुबे, अजय राजपूत, अतुल शर्मा, संजय गौतम, राजेश अग्रवाल, राहुल, नरेन्द्र शर्मा, रमेश जी गुप्ता, महेन्द्र श्रीवास्तव, संतोष गर्ग, धर्मेन्द्र सिंह सहित आदि गणमान्य लोग शामिल थे। कार्यक्रम का आभार संतोष पाण्डेय द्वारा किया गया।
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