महिला कांग्रेस की बैठक में अध्यक्ष शशि शर्मा और पूर्व अध्यक्ष ऊषा भार्गव की भिडं़त
-पुरूष पदाधिकारियों को बैठक में मंचासीन करने पर ऊषा भार्गव ने किया विरोध
-जिलाध्यक्ष शशि का तर्क प्रोटोकॉल के तहत पुरूष पदाधिकारी मौजूद थे
-प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता ने किया बीचबचाव, लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर आयोजित की गई थी बैठक
शिवपुरी ब्यूरो। सिंधिया जनसम्पर्क कार्यालय में कल महिला कांग्रेस की बैठक में जिलाध्यक्ष शशि शर्मा और पूर्व जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव के बीच जमकर भिडंत हुई और नौवत हाथापाई तक जा पहुंचती यदि प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता बीच बचाव नहीं करती। उनके हस्तक्षेप के बाद मामला किसी तरह से शांत हुआ। लेकिन विवाद गहराने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा और शैलेंद्र टेड़िया बैठक से बाहर चले गए।
हूआ यह कि महिला कांग्रेस की यह बैठक प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता की उपस्थिति मेें लोकसभा चुनाव को लेकर आयोजित की गई थी। बैठक मेें बताया जाता है कि पूर्व जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव विलम्ब से पहुंची और जिलाध्यक्ष शशि शर्मा ने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव और शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेड़िया तथा सिद्धार्थ लढ़ा को मंचासीन कर लिया। बैठक मेें ऊषा भार्गव जब पहुंची तो उन्हें पीछे बैठना पड़ा। इसे उन्होंने अपना अपमान समझा और बैठक में बखेड़ा खड़ा कर दिया। उन्होंने आरोपों के घेरे में जिलाध्यक्ष शशि शर्मा को लिया तथा कहा कि महिला कांग्रेस की बैठक में महिलाओं का अपमान हो रहा है। उनकी नहीं सुनी जा रही। उन्होंने जिलाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाया। इसका जिलाध्यक्ष शशि शर्मा ने प्रतिवाद किया और कहा कि प्रोटोकॉल के तहत ही जिला कांग्रेस तथा शहर कांग्रेस के पदाधिकारियों को मंचासीन किया गया है और इसमें महिलाओं के अपमान की बात क्या है। विवाद जब गहराने लगा तो महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव रूचि गुप्ता बचाव मेें आई और वह दोनों वरिष्ठ महिला कार्यकर्ताओं को शांत करती हुई नजर आईं। विवाद गहराता देखकर पुरूष पदाधिकारी बैठक से बाहर चले गए।
बाक्स
सिंधिया जनसम्पर्क कार्यालय प्रभारी शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलश्रेष्ठ के बीच भी कहासुनी
सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय में रविवार को अलग-अलग दो विवाद हुए जिनमें एक महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष शशि शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव का विवाद शामिल है। जबकि दूसरा विवाद सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी राजेंद्र शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूनम कुलश्रेष्ठ के बीच विवाद हुआ। पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूनम कुलश्रेष्ठ ने सांसद सिंधिया के नाम एक आवेदन कार्यालय प्रभारी राजेंद्र शर्मा को दिया था। लेकिन वह आवेदन सांसद सिंधिया तक नहीं पहुंचा। इसी बात को लेकर रवि कुलश्रेष्ठ ने आपत्ति की और कहा कि वह उनका आवेदन वापिस करें। क्योंकि उनका आवेदन सिंधिया जी के पास पहुंचाया ही नहीं गया। जिस पर कार्यालय प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने उन्हें डांट दिया और उनसे कहा कि वह अपना आवदेन ले जाएं और आज के बाद कभी कार्यालय में प्रवेश न करे।
इनका कहना है
लोकसभा चुनाव को लेकर महिला संगठन की बैठक रविवार को बुलाई गई थी और बैठक में सभी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था। बैठक शुरू होने के बाद महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव रूचि गुप्ता के साथ मंच सांझा करने के लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा और शैलेंद्र टेड़िया को भी आमंत्रित किया गया। बस इसी बात को लेकर पूर्व जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष ऊषा भार्गव नाराज हो गईं और लेकिन जब उनसे जब उनसे कहा गया कि वह बैठक में देरी से आईं हैं। इसलिए उन्हें मंच पर नहीं बुलाया जा सका। लेकिन वह विवाद पर उतारू हो गई।
शशि शर्मा महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शिवपुरी
महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगामी लोकसभा चुनाव में विजयश्री हांसिल कराने की दृष्टि से महिला संगठन द्वारा बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश सचिव और शिवपुरी विधानसभा प्रभारी रूचि गुप्ता भी शामिल हुई थी और बैठक शुरू हो गई थी। तभी जिलाध्यक्ष श्रीमति शर्मा के समक्ष उन्होंने चुनाव संबंधी अपने अनुभव बताए लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी। जिससे उन्हें महसूस हुआ कि उनकी बात को तबज्जों नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण उन्होंने इसकी शिकायत श्रीमति गुप्ता से की और इसी बात को लेकर वह मुंहबाद करने लगे।
ऊषा भार्गव पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शिवपुरी
-पुरूष पदाधिकारियों को बैठक में मंचासीन करने पर ऊषा भार्गव ने किया विरोध
-जिलाध्यक्ष शशि का तर्क प्रोटोकॉल के तहत पुरूष पदाधिकारी मौजूद थे
-प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता ने किया बीचबचाव, लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर आयोजित की गई थी बैठक
शिवपुरी ब्यूरो। सिंधिया जनसम्पर्क कार्यालय में कल महिला कांग्रेस की बैठक में जिलाध्यक्ष शशि शर्मा और पूर्व जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव के बीच जमकर भिडंत हुई और नौवत हाथापाई तक जा पहुंचती यदि प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता बीच बचाव नहीं करती। उनके हस्तक्षेप के बाद मामला किसी तरह से शांत हुआ। लेकिन विवाद गहराने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा और शैलेंद्र टेड़िया बैठक से बाहर चले गए।
हूआ यह कि महिला कांग्रेस की यह बैठक प्रदेश महासचिव रूचि गुप्ता की उपस्थिति मेें लोकसभा चुनाव को लेकर आयोजित की गई थी। बैठक मेें बताया जाता है कि पूर्व जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव विलम्ब से पहुंची और जिलाध्यक्ष शशि शर्मा ने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव और शहर कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र टेड़िया तथा सिद्धार्थ लढ़ा को मंचासीन कर लिया। बैठक मेें ऊषा भार्गव जब पहुंची तो उन्हें पीछे बैठना पड़ा। इसे उन्होंने अपना अपमान समझा और बैठक में बखेड़ा खड़ा कर दिया। उन्होंने आरोपों के घेरे में जिलाध्यक्ष शशि शर्मा को लिया तथा कहा कि महिला कांग्रेस की बैठक में महिलाओं का अपमान हो रहा है। उनकी नहीं सुनी जा रही। उन्होंने जिलाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाया। इसका जिलाध्यक्ष शशि शर्मा ने प्रतिवाद किया और कहा कि प्रोटोकॉल के तहत ही जिला कांग्रेस तथा शहर कांग्रेस के पदाधिकारियों को मंचासीन किया गया है और इसमें महिलाओं के अपमान की बात क्या है। विवाद जब गहराने लगा तो महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव रूचि गुप्ता बचाव मेें आई और वह दोनों वरिष्ठ महिला कार्यकर्ताओं को शांत करती हुई नजर आईं। विवाद गहराता देखकर पुरूष पदाधिकारी बैठक से बाहर चले गए।
बाक्स
सिंधिया जनसम्पर्क कार्यालय प्रभारी शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलश्रेष्ठ के बीच भी कहासुनी
सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय में रविवार को अलग-अलग दो विवाद हुए जिनमें एक महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष शशि शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऊषा भार्गव का विवाद शामिल है। जबकि दूसरा विवाद सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी राजेंद्र शर्मा और पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूनम कुलश्रेष्ठ के बीच विवाद हुआ। पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूनम कुलश्रेष्ठ ने सांसद सिंधिया के नाम एक आवेदन कार्यालय प्रभारी राजेंद्र शर्मा को दिया था। लेकिन वह आवेदन सांसद सिंधिया तक नहीं पहुंचा। इसी बात को लेकर रवि कुलश्रेष्ठ ने आपत्ति की और कहा कि वह उनका आवेदन वापिस करें। क्योंकि उनका आवेदन सिंधिया जी के पास पहुंचाया ही नहीं गया। जिस पर कार्यालय प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने उन्हें डांट दिया और उनसे कहा कि वह अपना आवदेन ले जाएं और आज के बाद कभी कार्यालय में प्रवेश न करे।
इनका कहना है
लोकसभा चुनाव को लेकर महिला संगठन की बैठक रविवार को बुलाई गई थी और बैठक में सभी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था। बैठक शुरू होने के बाद महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव रूचि गुप्ता के साथ मंच सांझा करने के लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा और शैलेंद्र टेड़िया को भी आमंत्रित किया गया। बस इसी बात को लेकर पूर्व जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष ऊषा भार्गव नाराज हो गईं और लेकिन जब उनसे जब उनसे कहा गया कि वह बैठक में देरी से आईं हैं। इसलिए उन्हें मंच पर नहीं बुलाया जा सका। लेकिन वह विवाद पर उतारू हो गई।
शशि शर्मा महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शिवपुरी
महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगामी लोकसभा चुनाव में विजयश्री हांसिल कराने की दृष्टि से महिला संगठन द्वारा बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश सचिव और शिवपुरी विधानसभा प्रभारी रूचि गुप्ता भी शामिल हुई थी और बैठक शुरू हो गई थी। तभी जिलाध्यक्ष श्रीमति शर्मा के समक्ष उन्होंने चुनाव संबंधी अपने अनुभव बताए लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी। जिससे उन्हें महसूस हुआ कि उनकी बात को तबज्जों नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण उन्होंने इसकी शिकायत श्रीमति गुप्ता से की और इसी बात को लेकर वह मुंहबाद करने लगे।
ऊषा भार्गव पूर्व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शिवपुरी
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