कोलारस के सरकारी खरीद केंद्र पर जमकर चल रहा है फर्जीवाड़ा.
-यदि इस पूरे मामले की जांच की जाए तो बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा निकल कर आ सकता है सबके सामने.
कोलारस नि.प्र.। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी को समिति प्रबंधक बा गोदाम मालिकों द्वारा किसानों की आड़ लेकर सरकार को लूटने का बड़ा मामला सामने आ रहा है और बताया जा रहा है कि यह खेल बीते कई दिनों से चल रहा है जहां किसान के नाम पर समिति प्रबंधक सांठगांठ करते हुए किसानों के नाम पर व्यापारियों के पुराने और अमानक माल को ठिकाने लगा रहे हैं सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि इस पूरे मामले में जिले से लेकर स्थानीय प्रशासन के कुछ लोग शामिल हैं जिसके चलते यह पूरा माजरा सुनियोजित तरीके से चक्रव्यू के रूप में से किया जा रहा है जहां किसानों का माल पास करने वाले माल पास कराने को लेकर 400 कुंटल से लेकर 500 क्विंटल के हिसाब से अमानक उड़द तोला जा रहा है वहीं सूत्रों द्वारा पता चला है कि कई किसानों का माल अमानत बताकर लौटाया जा रहा है वहीं दूसरी और अमानक दर्जे की फसल समिति द्वारा खरीदी जा रही है कुल मिलाकर शासन के पैसे का लाभ किसानों को ना मिलकर समिति प्रबंधक बा गोदाम मालिकों द्वारा दिया जा रहा है स्थानीय प्रशासन को अवगत कराने के बाद टीम बनाकर जांच कराने की बात की गई थी लेकिन आज दिनांक तक ना तो जांच का कोई जिक्र हुआ ना ही इन लोगों पर कार्रवाई हो पाई है ऐसे में स्थानीय प्रशासन का इस मामले पर शांत बैठना बड़े सवालों के घेरे में है यदि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए तो यह पूरा मामला शुरू से ही विवादित रहा है अमानत को सांठगांठ कर के गोदामों में भरा जा रहा है अगर इस गोदाम में रखे होने वाली उड़द की अब भी अगर जांच की जाए तो दूध का दूध होने के साथ ही उड़द खरीदी में हो रहा बड़ा घोटाला सबके सामने आ सकता है साथ ही इस घोटाले में लिप्त कई स्थानीय सफेदपोश नेता और व्यापारी यहां तक कि प्रशासन के कर्मचारी अधिकारी भी इस पूरे मामले में लिप्त हैं इसके चलते कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही और सरकारी खरीद केंद्रों पर व्यापारियों का अनाज अमानक स्तर का है खुलेआम तोला जा रहा है यहां पर तैनात कर्मचारियों से लेकर प्रबंधक द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है और किसानों से अवैध वसूली की जा रही है जिसकी जांच होना चाहिए।
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