आंगनबाड़ी भर्ती में हुए फर्जीवाड़े को क्यों उजागर नहीं किया जा रहा
-अधिकारी द्वारा खुलकर भर्ती के नाम पर ली गई रिश्वत, फिर भी आलाधिकारी क्यों धारण? किए हुए है मौन
कोलारस नि.प्र.। कोलारस महिला बाल विकास विभाग द्वारा बीते रोज 25 पदों जिनमें कार्यकर्ता सहायिकायों की नियुक्ति की सूची लगाई गई इसमें लेनदेन का आरोप लगना शुरू हो गये पूरी चयन प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार एवं गुपचुप तरीके से भर्ती करने की बात सामने आ रही हैए आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिकायों के पदों पर जो भर्ती की गई हैए उनमें से कुछ ऐसी नियुक्ति की गई हैए जो पात्रता में नहीं आ रही पचावली में आदिवासी वस्तीय में संचालित आंगनवाडी केन्द्रा पर सहायिका की नियुक्ति में रजनी पुत्री बलराम जाटव को बीपीएल कार्ड के अंक ना देते हुये दूसरी महिला की नियुक्तचि की गई इसी तरह कोलारस के वार्डों सहित नेतवास, राजगढ़, मकरारा, डंगौरा, दीगौद, में भर्ती के नाम पर फर्जी बाड़ा किया गया है महिला बालविकास विभाग की अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया द्वारा न तो समिति अध्याक्ष को चयन प्रक्रिया की बैठक में बुलाने के लिए ना तो सूचना दी गई और पत्र भी नहीं भेजा गया जिसके चलते यह तो सिद्ध हो रहा है कि चयन प्रक्रिया में खुलेआम ले देकर फर्जी वाड़ा किया गया है।
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यह है भर्ती प्रक्रिया का नियम
आंगनवाडी चयन प्रक्रिया के लिये पांच सदस्यी दल होता हैए जिसमें एसडीएमए जनपद सीओए महिला बालविकास अधिकारीए जनपद प्रतिनिधिए सहित महिला बाल विकास समिति का अध्य्क्ष और यह सब बैठकर नंण् के आधार पर चयन करते है इसके बाद उसकी लिस्टिंग कर चयन सूची का प्रकाशन कराया जाता हैए इसके बाद दावे आपत्ति मागे जाते है परन्तु कोलारस में चयन प्रक्रिया में महिला बाल विकास समिति अध्यक्ष को नहीं बुलाया गया और जनप्रतिनिधियों को नजर अंदाज कर गुपचुप तरीके से भर्ती कर ली गई हैा
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व्यासपम घोटाले की तरह ही महिला बाल विकास विभाग कोलारस में हुआ है भर्ती का घोटाला
महिला बाल विकास विभाग कोलारस द्वारा आंगनवाडी कार्यकर्ताओं सहायिकायों के रिक्त पड़े पदों पर भर्ती की गई है इस पूरी चयन प्रक्रिया पर सबाल खड़े होने लगे है हम आप को बता दे की पूर्व में भी कोलारस नगरिय क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचलो में रिक्त पदों पर भर्ती की गई थी जिसमें खुलेआम लेनदेन किया गया थाए इसी तरह अब भी अधिकारियों द्वारा किया गया फर्जी वाड़ा देखने को मिला। मामला प्रतिदिन तूल पकड़ रहा है और अधिकारी मामले को दवाने में लगी हुई
इनका कहना है।
हमारे पास महिला बाल विकास विभाग से कोई सूचना नहीं आई और ना ही कोई पत्र आया बिना हमे सूचना दिये बिना मीटिंग कर ली गई और वहां मौजूद अधिकारियों ने ही नामों का चयन कर लिया यह नियमों के विरूद्ध अधिकारी द्वारा फोन करने की बात कही जा रही है जो पूरी तरह से गलत है अधिकारी द्वारा अपनी मनमर्जी से सूची तैयार की गई है मेरे द्वारा इस पूरे मामले की शिकायत आज जनसुवाई में कलेक्टहर से की जायेगी यदि फिर भी कार्यवाही नहीं की गई तो कांग्रेस द्वारा अंदोलन किया जाएगा।
कमला यादव महिला बालविकास विभाग समित अध्यक्ष कोलारस
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