शिवपुरी में जानलेवा डेंगू का कहर, कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन, वकीलों ने दिया अल्टीमेटम
-डेंगू की रोकथाम के लिए कलेक्टर से की बातचीत
शिवपुरी ब्यूरो। शिवपुरी जिले में जानलेवा डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीमारी के 468 मरीज स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में दर्ज किए गए हैं। तथा लगभग आधा दर्जन मौतें हो चुकी हैं। डेंगू से अभिभाषक हेमंत कटारे की 12 वर्षीय सुपुत्री कनिष्का कटारे जो सेन्टचार्ल्स स्कूल में अध्यनरत थी जिसकी बीते दो दिन पूर्व डेंगू से मौत हो गई थी। अनुष्का सेन्टचार्ल्स स्कूल में अध्यनरत थी जहां बीते रोज डेंगू का बेहद खतरनाक और दवा से भी न मरने वाला डेंगू लार्वा भारी मात्रा में सरकारी टीम को मिला लेकिन कलेक्टर ने आज तक कोई कार्यवाही स्कूल प्रशासन के विरूद्ध नहीं की हैं उसी स्कूल के और भी छात्र-छात्रायें डेंगू से पीड़ित हैं। लेकिन स्वास्थ्य सहित समूचा प्रशासन निष्क्रिय बना हुआ हैं। ऐसे भयाभय हालातों से विवश होकर अभिभाषकों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर 24 घंटे में कड़ा संदेश देने का अल्टीमेटम दिया है। यदि शीघ्र ही डेंगू की रोकथाम के लिए कारगर उपाय नहीं किए गए तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव अध्यक्षता में कांग्रेस ने भी एक ज्ञापन कलेक्टर को दिया है। लेकिन सभी लोगों की जुबान पर सिर्फ एक ही चर्चा थी कि शहर के मच्छरों के लर्वा को नष्ट करने की जिम्मेदारी हैं नगर पालिका प्रशासन की हैं और नगर पालिका में इस समय कांग्रेस के अध्यक्ष पदासीन हैं क्या कांग्रेस इनको भी ज्ञापन सौंपेगी और इनकेे शहर में हुई मौतों के बारे में भी जानकारी लेगी।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव ने बताया कि कलेक्टर ने उनके ज्ञापन पर कार्रवाई करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिले के अन्य चिकित्सालयों के डॉक्टरों को बुलाकर डेंगू की रोकथाम के संबंध में एवं मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु उन्हें निर्देशित किया। वहीं अभिभाषकों ने भी डेंगू के प्रकोप पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए ज्ञापन सौंपा और अल्टीमेटम दिया कि शीघ्र ही उपाय नहीं किए गए तो अभिभाषक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिला अभिभाषक के अध्यक्ष स्वरूपनारायण भान और सचिव सुनील कुमार भुगड़ा, एवं एडवोकेट अजय गौतम सहित दो सैकड़ा से अधिक वकीलों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों का समुचित उपचार नहीं हो रहा है। उचित उपचार न मिलने के कारण अभिभाषक कटारे की 12 वर्षीय पुत्री अनुष्का कटारे की मौत हो चुकी है। अभिभाषकों का कहना है कि वर्तमान में अस्पताल में ट्रोमा सेंटर एवं आईसीयू जैसी व्यवस्था होने के बाद भी प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण इनका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। जबकि जिला अस्पताल को दो बार पुरुस्कृत किया जा चुका है। दुर्भाग्य की बात यह है कि शिवपुरी में डेंगू जैसी घातक बीमारी की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। शहर की विभिन्न पैथोलॉजियों में मरीज जांच हेतु घंटों इंतजार करते हैं। जांच रिपोर्ट भी विश्वसनीय नहीं है इस कारण मरीजों को आर्थिक हानि भी उठानी पड़ रही है। वर्तमान में कई स्कूलों में तथा अन्य संस्थानों में डेंगू का लार्वा बहुतायत से प्राप्त होने की खबरें सामने आ रही हैं। प्रायवेट स्कूल स्कूलों में न तो बच्चों के लिए पंखों की व्यवस्था है और न ही मच्छरों से बचाव के उपाए है जिससे पालकों में रोष पनप रहा है।
वॉक्स:-
अभिभाषक संघ ने 24 घंटे में कानूनी कार्यवाही का दिया अल्टीमेटम
शिवपुरी। कलेक्टर से चर्चा के दौरान अभिभाषकों के प्रतिनिधियों ने भयाभय रूप से विफल होती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सीधे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। वहीं प्रतिनिधियों का कहना था कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की आपराधिक उदासीनता से विवश होकर वकीलों को सड़कों पर उतरना पड़ा हैं यह काफी दु:खद हैं। जनप्रतिनिधि भोपाल और दिल्ली में अपने टिकिटों की जुगाड़ में लगे हुए हैं। प्रशासन चुनाव शांति पूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने की व्यवस्थाओं में लगा हुआ है और शहर की जनता अपने कंधों पर अपने बच्चों की लाशें ढोने के लिए विवश हें। जिसके चलते अभिभाषक मैदान में आए और कलेक्टर ने प्रतिनिधियों से कहा कि हमारे यहां तकरीबन 468 लोग डेंगू से पीड़ित रजिस्टर्ड हैं किन्तु मृत्यु किसी की भी नहीं हुई हैं। इस पर वकीलों के प्रतिनिधियों ने गंभीर आपत्ति जाहिर की वकीलों के प्रतिनिधि एडवोकेट अजय गौतम ने तर्क पूर्ण चर्चा करते हुए कहा कि अस्पताल में कम लोग रजिस्टर्ड हैं क्योंकि सरकारी स्वास्थ्य सेवा पर लोगों का ऐतवार नहीं हैं 37 हजार मकानों वाले शिवपुरी शहर में 48 हजार जगहों पर डेंगू के लार्वा पाए जाने की पुष्टि होने के बाद क्या नगर पालिका स्कूल प्रशासन और अन्य संबंध विभागों की जिम्मेदारी से प्रशासन बच नहीं सकता और 24 घंटे के भीतर प्रशासन को संज्ञान लेते हुए घटनाओं और डेंगू फैलने देने के लिए जिम्मेदार समस्त संस्थाओं और व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करनी होगी। जनहित सर्वोपरि हैं। इस अवसर पर जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष स्वरूप नारायण भान, पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ एडवोकेट गिरीश गुप्ता, एडवोकेट राजीव शर्मा और अभिभाषक संघ के सचिव सुनील भुगड़ा कलेक्टर कक्ष में उपस्थित थे। वहीं कलेक्टर कक्ष के बाहर सैकड़ों अभिभाषक वकील उपस्थित थे।
-डेंगू की रोकथाम के लिए कलेक्टर से की बातचीत
शिवपुरी ब्यूरो। शिवपुरी जिले में जानलेवा डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीमारी के 468 मरीज स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में दर्ज किए गए हैं। तथा लगभग आधा दर्जन मौतें हो चुकी हैं। डेंगू से अभिभाषक हेमंत कटारे की 12 वर्षीय सुपुत्री कनिष्का कटारे जो सेन्टचार्ल्स स्कूल में अध्यनरत थी जिसकी बीते दो दिन पूर्व डेंगू से मौत हो गई थी। अनुष्का सेन्टचार्ल्स स्कूल में अध्यनरत थी जहां बीते रोज डेंगू का बेहद खतरनाक और दवा से भी न मरने वाला डेंगू लार्वा भारी मात्रा में सरकारी टीम को मिला लेकिन कलेक्टर ने आज तक कोई कार्यवाही स्कूल प्रशासन के विरूद्ध नहीं की हैं उसी स्कूल के और भी छात्र-छात्रायें डेंगू से पीड़ित हैं। लेकिन स्वास्थ्य सहित समूचा प्रशासन निष्क्रिय बना हुआ हैं। ऐसे भयाभय हालातों से विवश होकर अभिभाषकों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर 24 घंटे में कड़ा संदेश देने का अल्टीमेटम दिया है। यदि शीघ्र ही डेंगू की रोकथाम के लिए कारगर उपाय नहीं किए गए तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव अध्यक्षता में कांग्रेस ने भी एक ज्ञापन कलेक्टर को दिया है। लेकिन सभी लोगों की जुबान पर सिर्फ एक ही चर्चा थी कि शहर के मच्छरों के लर्वा को नष्ट करने की जिम्मेदारी हैं नगर पालिका प्रशासन की हैं और नगर पालिका में इस समय कांग्रेस के अध्यक्ष पदासीन हैं क्या कांग्रेस इनको भी ज्ञापन सौंपेगी और इनकेे शहर में हुई मौतों के बारे में भी जानकारी लेगी।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव ने बताया कि कलेक्टर ने उनके ज्ञापन पर कार्रवाई करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिले के अन्य चिकित्सालयों के डॉक्टरों को बुलाकर डेंगू की रोकथाम के संबंध में एवं मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु उन्हें निर्देशित किया। वहीं अभिभाषकों ने भी डेंगू के प्रकोप पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए ज्ञापन सौंपा और अल्टीमेटम दिया कि शीघ्र ही उपाय नहीं किए गए तो अभिभाषक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिला अभिभाषक के अध्यक्ष स्वरूपनारायण भान और सचिव सुनील कुमार भुगड़ा, एवं एडवोकेट अजय गौतम सहित दो सैकड़ा से अधिक वकीलों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों का समुचित उपचार नहीं हो रहा है। उचित उपचार न मिलने के कारण अभिभाषक कटारे की 12 वर्षीय पुत्री अनुष्का कटारे की मौत हो चुकी है। अभिभाषकों का कहना है कि वर्तमान में अस्पताल में ट्रोमा सेंटर एवं आईसीयू जैसी व्यवस्था होने के बाद भी प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण इनका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। जबकि जिला अस्पताल को दो बार पुरुस्कृत किया जा चुका है। दुर्भाग्य की बात यह है कि शिवपुरी में डेंगू जैसी घातक बीमारी की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। शहर की विभिन्न पैथोलॉजियों में मरीज जांच हेतु घंटों इंतजार करते हैं। जांच रिपोर्ट भी विश्वसनीय नहीं है इस कारण मरीजों को आर्थिक हानि भी उठानी पड़ रही है। वर्तमान में कई स्कूलों में तथा अन्य संस्थानों में डेंगू का लार्वा बहुतायत से प्राप्त होने की खबरें सामने आ रही हैं। प्रायवेट स्कूल स्कूलों में न तो बच्चों के लिए पंखों की व्यवस्था है और न ही मच्छरों से बचाव के उपाए है जिससे पालकों में रोष पनप रहा है।
वॉक्स:-
अभिभाषक संघ ने 24 घंटे में कानूनी कार्यवाही का दिया अल्टीमेटम
शिवपुरी। कलेक्टर से चर्चा के दौरान अभिभाषकों के प्रतिनिधियों ने भयाभय रूप से विफल होती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सीधे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। वहीं प्रतिनिधियों का कहना था कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की आपराधिक उदासीनता से विवश होकर वकीलों को सड़कों पर उतरना पड़ा हैं यह काफी दु:खद हैं। जनप्रतिनिधि भोपाल और दिल्ली में अपने टिकिटों की जुगाड़ में लगे हुए हैं। प्रशासन चुनाव शांति पूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने की व्यवस्थाओं में लगा हुआ है और शहर की जनता अपने कंधों पर अपने बच्चों की लाशें ढोने के लिए विवश हें। जिसके चलते अभिभाषक मैदान में आए और कलेक्टर ने प्रतिनिधियों से कहा कि हमारे यहां तकरीबन 468 लोग डेंगू से पीड़ित रजिस्टर्ड हैं किन्तु मृत्यु किसी की भी नहीं हुई हैं। इस पर वकीलों के प्रतिनिधियों ने गंभीर आपत्ति जाहिर की वकीलों के प्रतिनिधि एडवोकेट अजय गौतम ने तर्क पूर्ण चर्चा करते हुए कहा कि अस्पताल में कम लोग रजिस्टर्ड हैं क्योंकि सरकारी स्वास्थ्य सेवा पर लोगों का ऐतवार नहीं हैं 37 हजार मकानों वाले शिवपुरी शहर में 48 हजार जगहों पर डेंगू के लार्वा पाए जाने की पुष्टि होने के बाद क्या नगर पालिका स्कूल प्रशासन और अन्य संबंध विभागों की जिम्मेदारी से प्रशासन बच नहीं सकता और 24 घंटे के भीतर प्रशासन को संज्ञान लेते हुए घटनाओं और डेंगू फैलने देने के लिए जिम्मेदार समस्त संस्थाओं और व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करनी होगी। जनहित सर्वोपरि हैं। इस अवसर पर जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष स्वरूप नारायण भान, पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ एडवोकेट गिरीश गुप्ता, एडवोकेट राजीव शर्मा और अभिभाषक संघ के सचिव सुनील भुगड़ा कलेक्टर कक्ष में उपस्थित थे। वहीं कलेक्टर कक्ष के बाहर सैकड़ों अभिभाषक वकील उपस्थित थे।
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