डेंगू के डंक के फेर में 4 झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक सील
शिवपुरी ब्यूरो। अब डेंगू के डंक में शिवपुरी के मरीज भी नही डॉक्टर भी उलझ रहे हैं। डेंगू के डंक के फेर में अपनी जान से हाथ धो उठी अनुष्का के जस्टिस के लिए प्रशासन ऑफिस से निकलकर सडक पर आ गया है,सबसे पहले डेंगू के डंक की फैक्ट्री पालने वाले स्कूल पर 500 रू की अर्थदंड की कार्रवाई कर इति श्री कर दी हैं। प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने और पब्लिक में कुछ कर दिखाने की तमन्ना से आज सडक पर आ गया। बताया जा रहा है कि स्वास्थय विभाग की टीमों ने झोला छाप डॉक्टरो की क्लीनिको पर झापा मार कार्रवाई की हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉ संजय ऋषिश्वर, डॉ एमएस चौहान और डॉ आशीष व्यास के नेतृत्व में तीन टीमों ने प्राइवेट क्लीनिकों पर देर शाम छापामार कार्रवाई की। फिजिकल क्षेत्र में शिवपुरी क्लीनिक पहुंचे तो यहां मरीजों का इलाज चल रहा था। रजिस्ट्रेशन देखा तो 2013 में ही एक्सपायर मिला। समीप ही कुर्रेशी क्लीनिक को भी सील किया गया। पुरानी शिवपुरी में डॉ इकबाल कुर्रेशी का क्लीनिक क्लीनिक सील किया गया है। क्लीनिक का कोई रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया था। इसी तरह नवाब साहब रोड पर भी डॉ गजेंद्र गौतम का क्लीनिक सील किया है। क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। वहीं अंबेडकर कॉलोनी का क्लीनिक बंद मिला है। इसी तरह फिजिकल क्षेत्र में ही मलिक क्लीनिक बंद मिला। बताया जाता है कि टीम के आने की खबर पर क्लीनिक बंद कर डॉक्टर भाग खड़ा हुआ। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा भी पूरे समय मौजूद रहे। डीआईओ डॉ संजय ऋषिश्वर ने बताया कि कार्रवाई का दौर जारी रहेगा। इस खबर में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वास्थय विभाग ने जो झोलाछाप डॉक्टरो के यहां छापामार कार्रवाई कर क्लीनिको को सील् किया है।
वॉक्स:-
ग्राम कार्या में डेंगू का प्रकोप, 100 से अधिक लोग बीमार
शिवपुरी। कोलारस विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कार्या में इन दिनों डेंगू का प्रकोप अपने चरम पर है। गांव के हर घर में कोई न कोई मरीज डेंगू रोग से पीड़ित है। बताया जाता है कि गांव में 100 से अधिक लोग बीमार पड़े हुए हैं जिनका इलाज राजस्थान के देवरी व आसपास के क्षेत्रों में चल रहा है। गंभीर रूप से भर्ती मरीजों को इलाज के लिए ग्वालियर और कोटा तक भेजा गया है। ग्रामवासियों ने बताया कि उन्होंने गांव में बीमारी फैलने की सूचना जिला स्तर तक पहुुंचाई, लेकिन अभी तक गांव में स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची। जो भी इक्का-दुक्का कर्मचारी गांव में पहुंचे वे औपचारिकता निभाकर वहां से भाग गए जबकि गांव में डेंगू रोग का फैलाव लगातार हो रहा है। डेंगू की रोकथाम के लिए न तो दवा का छिड़काव हो रहा है और न ही कोई कदम उठाए जा रहे हैं जिससे नागरिकों में आक्रोश है।
शिवपुरी ब्यूरो। अब डेंगू के डंक में शिवपुरी के मरीज भी नही डॉक्टर भी उलझ रहे हैं। डेंगू के डंक के फेर में अपनी जान से हाथ धो उठी अनुष्का के जस्टिस के लिए प्रशासन ऑफिस से निकलकर सडक पर आ गया है,सबसे पहले डेंगू के डंक की फैक्ट्री पालने वाले स्कूल पर 500 रू की अर्थदंड की कार्रवाई कर इति श्री कर दी हैं। प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने और पब्लिक में कुछ कर दिखाने की तमन्ना से आज सडक पर आ गया। बताया जा रहा है कि स्वास्थय विभाग की टीमों ने झोला छाप डॉक्टरो की क्लीनिको पर झापा मार कार्रवाई की हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉ संजय ऋषिश्वर, डॉ एमएस चौहान और डॉ आशीष व्यास के नेतृत्व में तीन टीमों ने प्राइवेट क्लीनिकों पर देर शाम छापामार कार्रवाई की। फिजिकल क्षेत्र में शिवपुरी क्लीनिक पहुंचे तो यहां मरीजों का इलाज चल रहा था। रजिस्ट्रेशन देखा तो 2013 में ही एक्सपायर मिला। समीप ही कुर्रेशी क्लीनिक को भी सील किया गया। पुरानी शिवपुरी में डॉ इकबाल कुर्रेशी का क्लीनिक क्लीनिक सील किया गया है। क्लीनिक का कोई रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया था। इसी तरह नवाब साहब रोड पर भी डॉ गजेंद्र गौतम का क्लीनिक सील किया है। क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। वहीं अंबेडकर कॉलोनी का क्लीनिक बंद मिला है। इसी तरह फिजिकल क्षेत्र में ही मलिक क्लीनिक बंद मिला। बताया जाता है कि टीम के आने की खबर पर क्लीनिक बंद कर डॉक्टर भाग खड़ा हुआ। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा भी पूरे समय मौजूद रहे। डीआईओ डॉ संजय ऋषिश्वर ने बताया कि कार्रवाई का दौर जारी रहेगा। इस खबर में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वास्थय विभाग ने जो झोलाछाप डॉक्टरो के यहां छापामार कार्रवाई कर क्लीनिको को सील् किया है।
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ग्राम कार्या में डेंगू का प्रकोप, 100 से अधिक लोग बीमार
शिवपुरी। कोलारस विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कार्या में इन दिनों डेंगू का प्रकोप अपने चरम पर है। गांव के हर घर में कोई न कोई मरीज डेंगू रोग से पीड़ित है। बताया जाता है कि गांव में 100 से अधिक लोग बीमार पड़े हुए हैं जिनका इलाज राजस्थान के देवरी व आसपास के क्षेत्रों में चल रहा है। गंभीर रूप से भर्ती मरीजों को इलाज के लिए ग्वालियर और कोटा तक भेजा गया है। ग्रामवासियों ने बताया कि उन्होंने गांव में बीमारी फैलने की सूचना जिला स्तर तक पहुुंचाई, लेकिन अभी तक गांव में स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची। जो भी इक्का-दुक्का कर्मचारी गांव में पहुंचे वे औपचारिकता निभाकर वहां से भाग गए जबकि गांव में डेंगू रोग का फैलाव लगातार हो रहा है। डेंगू की रोकथाम के लिए न तो दवा का छिड़काव हो रहा है और न ही कोई कदम उठाए जा रहे हैं जिससे नागरिकों में आक्रोश है।
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