पूर्व प्रधानमंत्री कवि अटल जी के मासिक श्राद्ध पर हुई काव्यांजलि
शिवपुरी ब्यूरो। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्रेष्ठ कवि अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रथम श्राद्ध को सम्पूर्ण जिला केंद्र पर काव्यांजलि आयोजित कर मनाया गया,भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर नगर मंडल शिवपुरी के द्वारा संगठन मंत्री देवेंद्र भार्गव,मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजू जी बाथम, के आतिथ्य में शिवपुरी में काव्यांजलि का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई तत्पश्चात नगर मंडल के अध्यक्ष भानु दुबे,पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश जैन,के पी परमार,अरुण पंडित द्वारा अतिथियों व कवियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया,तत्पश्चात काव्यांजलि में काव्य पाठ प्रारम्भ हुआ।कवियित्री डींकि नागपाल व सना खान के द्वारा सरस्वती वंदना की गई,पहले कवि की भूमिका में संजय शाक्य ने काव्य पाठ प्रारम्भ करते हुए कहा आप यू ही हुए दूर क्यों चल दिये,गीत गाये हमे यू ही बल दीजिये,नतमस्तक सभी है अटल के लिए,आज मिलकर सभी बस दुआ कीजिये सुनाकर तालियां बटोरी,इसी क्रम में कवयित्री वैशाली पाल ने अपनी कविता सुनाते हुए कहा अटल जी जैसा हुआ न कोई और कोई न हो सकता,भारत माँ का सच्चा बेटा रिक्त स्थान न भर सकता,बलशाली भारत समर्थ भारत जिसके कारण देश हुआ,राजनीति में ऐसा दूजा कोई न हो सकता सुनाकर सदन में अटल बिहारी अमर रहे के जयघोष का माहौल बना दिया। अगले क्रम में गजलकार प्रदीप अवस्थी सादिक ने कहा कि अटल अटल थे भारत का स्वाभिमान थे,विश्व पटल पर हम सब का सम्मान थे,दुनिया को भारत की ताकत जिनने हर दम दिखलाई,शत्रु को उसकी औकात और सदा ही बतलाई जब सुनाई तो सारा सदनभारत माता की जय से गूंज उठा। इसके बाद शिवपुरी ओज के कवि आशुतोष ओज ने सुख सत्ता को पाने हेतु जब सारे ललचाते थे,उसी दौर में अटल बिहारी भक्ति राग सुनाते थे,नैतिकता जब शेष नही थी,संसद के गलियारों में,अटल जी का नाम था गूंजा, जो लड़ता अँधियारो से सुनाकर तालियों का महोत्सव बना दिया,पूरी कविता में भारत माता की जय अटल बिहारी अमर रहे के जयघोष लगते रहे। अंत में आभार प्रदर्शन विधानसभा प्रभारी विमलेश जी गोयल ने किया। पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन आशुतोष ओज ने किया।
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