नई प्रशासनिक सर्जरी से जनसमस्याओं के समाधान में आई तेजी
-एसडीएम प्रदीप तोमर एसडीओपी अमरनाथ वर्मा, थानाप्रभारी सतीश चौहान, तहसीलदार रामनिवास सिकरवार के रूप में योग्य अधिकारियों की नियुक्ति से प्रशासन पर बड़ा जनता का विश्वा्स
नवीन कलेक्टनर शिल्पा गुप्ता और एसपी राजेश सिंह के मार्गदर्शन में कोलारस प्रशासन राजनीतिक दबाव मुक्त होकर कर रहा है काम
-कोलारस दीपक वत्स-
कोलारस नि.प्र.। उपचुनाव के दौरान कोलारस में मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर मुख्य निर्वाचन आयोग में हुई शिकायत के वाद भोपाल से दिल्ली तक कोलारस का नाम सुर्खियों में आ गया। इस शिकायत के चलते पूर्व कलेक्टिर तरुण राठी को भी जिले से हटना पड़ा वही कोलारस एसडीएम प्रजापति का भी स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद राजस्व और पुलिस विभाग के मुख्य अधिकारी भी इधर उधर हुए हालकि उनकी बदली से निर्वाचन का कोई मामला नही था।
वर्तमान में सभी चारो बड़े अधिकारी नए चेहरे है योग्य और अनुभवी चहरे के रूप में उक्त अधिकारियों की पहचान है। मुख्य बात यह है कि पुलिस और राजस्व में एसडीएम और तहसीलदार पुलिस में एसडीओपी और टीआई का प्रशासनिक स्तर से काम करने का जो सामंजस्य होना चाहिए जिसके चलते जनसमस्याओं के समाधान को गति मिलती है वह अब दिखाई देने लगी है। जनता के लिए ये सब पहलू हितकर है और प्रशासन पर जनता का विश्वास भी बढ़ता दिखाई दे रहा है।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय में शिकायत होने के बाद कोई भी एसडीएम और तहसीलदार यहां नियुक्ति को लेकर बैकफुट पर चले जाते थे किंतु एसडीएम प्रदीप तोमर और तहसीलदार रामनिवास सिकरवार ने यहाँ कुर्शी पर वैठकर पूरे प्रशासन को टॉप टू बॉटम रिन्यू कर सर्जरी कर दीं है जिससे राजस्व के काम को स्थायित्व और गति मिली है। वही पुलिस में एसडीओपी अमरनाथ वर्मा और थाना प्रभारी सतीश चौहान की मेहनत और कार्यशैली से पुलिस प्रशासन के काम मे भी अमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहे है। जनसुनवाई और 181 के प्रकरणों के समाधान को लेकर सभी अधिकारी पुरी तरह से गंभीर है। वहीं जिला कलेक्टर शिल्पा गुप्ता और राजेश सिंह के नेतृत्व में अधीनस्त अमले को खासा बैकअप मिलने से राजनीतिक दवाब के विना सारा प्रशासन काम कर रहा है। पूर्व में प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर जनता की यह शिकायत बनी रहती थी कि अधिकारी कार्यालय में नही मिलते किन्तु वर्तमान में जनता की समस्याओं की सुनवाई को अधिकारी पूरी तरह गंभीर है। एसडीएम प्रदीप तोमर ने पदभार ग्रहण करते ही निर्वाचन के काम को पूरी ताकत से गति प्रदान कर पूरे कार्यालय को ही नया रूप देकर उचित व्यस्थता की। वही तहसीलदार रामनिवास सिकरवार ने आने के साथ ही ग्रामीण अंचल में राजस्व संवंधी समस्याओं के सामाधान के लिए गावं में चौपाल लगाने की नई पहल शुरू कर दी। राजस्व अमला भी उनके काम को लेकर खुश नजर आ रहा है। यदि प्रशासन इसी तरह काम करता रहा तो जनता को अपनी समस्या समाधन के लिए किसी राजनीतिक या दलाल की चौखट पर जाने की आवश्यकता नही पड़ेगी और प्रशासन और जनता के वीच विश्वास का नया संबंध स्थापित होगा। वैठक विगत दिवस देर शाम प्रारम्भ होकर रात्रि तक रही जारी। अभी से चुनाव को लेकर प्रशासन पर देखने को मिल रहा है अतरिक्त बोझ विगत दिवस 30 अगस्त को देर शाम प्रशासन की चुनाव संबंधी तैयारी को लेकर एसडीएम कार्यालय में एक वैठक का आयोजन किया गया। अक्टूबर में प्रभावी होने वाली आचार संहिता के मध्येनजर और नवम्बर में सम्पन्न होने वाले चुनाव की टॉप टू बॉटम फुलप्रूफ व्यस्था को लेकर उक्त वैठक का आयोजन किया गया था। वैठक का आयोजन एसडीएम कार्यालय में किया गया जिसमें एसडीएम प्रदीप तोमरए एसडीओपी अमरनाथ वर्मा सहित टीआई सतीश चौहानएतहसीलदार रामनिवास सिकरवारए बदरबास तहसीलदार मधुलता तोमरएसमस्त चौकी प्रभारी एसआई सुनील राजपूतएकमल गोयलएविकास यादवए धर्मसिंह कुशवाहए आर एस धाकड़ और निर्वाचन कार्यालय से अरविंद सिंह उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि इस समय चूंकि इस वैठक में उपस्थित सभी आधिकारिक चेहरे नवीन पदस्थ है तो उक्त चुनावी वैठक में भी तैयारी को लेकर पूरे प्रशासन पर नई ऊर्जा देखने को मिली। हालाकी भाजपा और कांग्रेस के सफेदपोश नेता भी अपनी चुनावी तैयारी की लेकर उक्त प्रशाशनिक अमले को येन केन प्रकारेण अपने राजनैतिक प्रभाव के चक्रव्यूह में घेरने की जुगत में है किंतु सभी अधिकारियों का खासा प्रशानिक अनुभव होने के कारण आगामी चुनाव पारदर्शी तरीके से सम्पन्न होना निश्चित है। यही कारण है कि अभी से पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के उद्देश्य से एसडीएम प्रदीप तोमर की अगुवाई में वैठकों के दौर का विगत दिवस श्रीगणेश भी हो गया। बस चुनावी व्यस्तता के साथ साथ यदि उक्त प्रशासन जनता की समस्याओं की सुनवाई कर उनके समाधान में इसी तरह तत्पर रहता है तो इस समय पदस्थ इन नवीन चेहरों के लिए ये उपलब्धि होगी।
-एसडीएम प्रदीप तोमर एसडीओपी अमरनाथ वर्मा, थानाप्रभारी सतीश चौहान, तहसीलदार रामनिवास सिकरवार के रूप में योग्य अधिकारियों की नियुक्ति से प्रशासन पर बड़ा जनता का विश्वा्स
नवीन कलेक्टनर शिल्पा गुप्ता और एसपी राजेश सिंह के मार्गदर्शन में कोलारस प्रशासन राजनीतिक दबाव मुक्त होकर कर रहा है काम
-कोलारस दीपक वत्स-
कोलारस नि.प्र.। उपचुनाव के दौरान कोलारस में मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर मुख्य निर्वाचन आयोग में हुई शिकायत के वाद भोपाल से दिल्ली तक कोलारस का नाम सुर्खियों में आ गया। इस शिकायत के चलते पूर्व कलेक्टिर तरुण राठी को भी जिले से हटना पड़ा वही कोलारस एसडीएम प्रजापति का भी स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद राजस्व और पुलिस विभाग के मुख्य अधिकारी भी इधर उधर हुए हालकि उनकी बदली से निर्वाचन का कोई मामला नही था।
वर्तमान में सभी चारो बड़े अधिकारी नए चेहरे है योग्य और अनुभवी चहरे के रूप में उक्त अधिकारियों की पहचान है। मुख्य बात यह है कि पुलिस और राजस्व में एसडीएम और तहसीलदार पुलिस में एसडीओपी और टीआई का प्रशासनिक स्तर से काम करने का जो सामंजस्य होना चाहिए जिसके चलते जनसमस्याओं के समाधान को गति मिलती है वह अब दिखाई देने लगी है। जनता के लिए ये सब पहलू हितकर है और प्रशासन पर जनता का विश्वास भी बढ़ता दिखाई दे रहा है।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय में शिकायत होने के बाद कोई भी एसडीएम और तहसीलदार यहां नियुक्ति को लेकर बैकफुट पर चले जाते थे किंतु एसडीएम प्रदीप तोमर और तहसीलदार रामनिवास सिकरवार ने यहाँ कुर्शी पर वैठकर पूरे प्रशासन को टॉप टू बॉटम रिन्यू कर सर्जरी कर दीं है जिससे राजस्व के काम को स्थायित्व और गति मिली है। वही पुलिस में एसडीओपी अमरनाथ वर्मा और थाना प्रभारी सतीश चौहान की मेहनत और कार्यशैली से पुलिस प्रशासन के काम मे भी अमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहे है। जनसुनवाई और 181 के प्रकरणों के समाधान को लेकर सभी अधिकारी पुरी तरह से गंभीर है। वहीं जिला कलेक्टर शिल्पा गुप्ता और राजेश सिंह के नेतृत्व में अधीनस्त अमले को खासा बैकअप मिलने से राजनीतिक दवाब के विना सारा प्रशासन काम कर रहा है। पूर्व में प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर जनता की यह शिकायत बनी रहती थी कि अधिकारी कार्यालय में नही मिलते किन्तु वर्तमान में जनता की समस्याओं की सुनवाई को अधिकारी पूरी तरह गंभीर है। एसडीएम प्रदीप तोमर ने पदभार ग्रहण करते ही निर्वाचन के काम को पूरी ताकत से गति प्रदान कर पूरे कार्यालय को ही नया रूप देकर उचित व्यस्थता की। वही तहसीलदार रामनिवास सिकरवार ने आने के साथ ही ग्रामीण अंचल में राजस्व संवंधी समस्याओं के सामाधान के लिए गावं में चौपाल लगाने की नई पहल शुरू कर दी। राजस्व अमला भी उनके काम को लेकर खुश नजर आ रहा है। यदि प्रशासन इसी तरह काम करता रहा तो जनता को अपनी समस्या समाधन के लिए किसी राजनीतिक या दलाल की चौखट पर जाने की आवश्यकता नही पड़ेगी और प्रशासन और जनता के वीच विश्वास का नया संबंध स्थापित होगा। वैठक विगत दिवस देर शाम प्रारम्भ होकर रात्रि तक रही जारी। अभी से चुनाव को लेकर प्रशासन पर देखने को मिल रहा है अतरिक्त बोझ विगत दिवस 30 अगस्त को देर शाम प्रशासन की चुनाव संबंधी तैयारी को लेकर एसडीएम कार्यालय में एक वैठक का आयोजन किया गया। अक्टूबर में प्रभावी होने वाली आचार संहिता के मध्येनजर और नवम्बर में सम्पन्न होने वाले चुनाव की टॉप टू बॉटम फुलप्रूफ व्यस्था को लेकर उक्त वैठक का आयोजन किया गया था। वैठक का आयोजन एसडीएम कार्यालय में किया गया जिसमें एसडीएम प्रदीप तोमरए एसडीओपी अमरनाथ वर्मा सहित टीआई सतीश चौहानएतहसीलदार रामनिवास सिकरवारए बदरबास तहसीलदार मधुलता तोमरएसमस्त चौकी प्रभारी एसआई सुनील राजपूतएकमल गोयलएविकास यादवए धर्मसिंह कुशवाहए आर एस धाकड़ और निर्वाचन कार्यालय से अरविंद सिंह उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि इस समय चूंकि इस वैठक में उपस्थित सभी आधिकारिक चेहरे नवीन पदस्थ है तो उक्त चुनावी वैठक में भी तैयारी को लेकर पूरे प्रशासन पर नई ऊर्जा देखने को मिली। हालाकी भाजपा और कांग्रेस के सफेदपोश नेता भी अपनी चुनावी तैयारी की लेकर उक्त प्रशाशनिक अमले को येन केन प्रकारेण अपने राजनैतिक प्रभाव के चक्रव्यूह में घेरने की जुगत में है किंतु सभी अधिकारियों का खासा प्रशानिक अनुभव होने के कारण आगामी चुनाव पारदर्शी तरीके से सम्पन्न होना निश्चित है। यही कारण है कि अभी से पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के उद्देश्य से एसडीएम प्रदीप तोमर की अगुवाई में वैठकों के दौर का विगत दिवस श्रीगणेश भी हो गया। बस चुनावी व्यस्तता के साथ साथ यदि उक्त प्रशासन जनता की समस्याओं की सुनवाई कर उनके समाधान में इसी तरह तत्पर रहता है तो इस समय पदस्थ इन नवीन चेहरों के लिए ये उपलब्धि होगी।
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